बाराबंकी : संविधान दिवस के अवसर पर उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देशों के अनुक्रम में जनपद न्यायाधीश राधेश्याम यादव की अध्यक्षता में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विभिन्न स्थानों पर वेबीनाॅर, बेवकास्ट, संगोष्ठी समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जनपद न्यायाधीश राधेश्याम यादव द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में समस्त न्यायिक अधिकारीगण, समस्त तृतीय श्रेणी कर्मचारीगण एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगण को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलायी गयी। इसके पश्चात सिविल कोर्ट परिसर स्थित ए.डी.आर. भवन में संविधान दिवस विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी। जिसमे सचिव सुश्री श्वेता चन्द्रा द्वारा संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों पर विस्तार से जानकारियां देते हुए सभी को संविधान की प्रस्तावना, संरचना एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारियां प्रदान की गयी। सचिव सुश्री चन्द्रा ने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों के विषय में बताते हुए उनमें दिये गये अधिकारों की व्याख्या की।
इस अवसर पर उनके द्वारा सभी लोगों को अपने अधिकारों की प्राप्ति के पूर्व अपने कर्तव्यों के पालन करने हेतु भी प्रेरित किया गया तथा संगोष्ठी में उपस्थित सभी लोगों को संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर कार्यालय प्रभारी विपिन कुमार सिंह द्वारा बालकों के लिए निःशुल्क व अनिवार्य शिक्षा एवं संविधान निर्माता डाॅ भीम राव अम्बेडकर के जीवन साहित्य के विषय में विस्तार से जानकारियां दी गई एवं संवैधानिक अधिकार, ध्वज, राष्ट्रगान आदि के सम्मान एवं राष्ट्रीय गौरव, अपमान निवारण अधिनियम 1971 के अतिरिक्त लैंगिक समानता एवं बालकों के अधिकार विषय पर विस्तार से जानकारियां दीं।
संगोष्ठी में सचिव श्वेता चन्द्रा, कार्यालय प्रभारी विपिन सिंह, लवकुश कनौजिया, सौरभ शुक्ला, मोहित वर्मा, आशीष कुमार के अतिरिक्त कुरैशा खातून, अश्वनी कुमार वर्मा, दौलता कुमारी, लव त्रिपाठी समेत तमाम लोग उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त जिला कारागार बाराबंकी मे दोपहर 3ः00 बजे से संगोष्ठी का आयोजन कर जेल प्रशासन के सभी लोगों को एवं अन्य लोगों को भी संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर, कुरैशा खातून, दौलता कुमारी भी उपस्थित रहे।