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छः माह में ही दिया तलाक, नही हुई कार्यवाही

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इंसाफ के लिये दर-दर भटक रही पीड़िता

त्रिलोकपुर बाराबंकी :  मोदी सरकार ने मुसलमानों के लिये तीन तालाक कानून बनाया। लेकिन तीन तलाक कानून हुआ फेल मामूली कहासुनी के बाद महज छः माह पुराना वैवाहिक रिस्ता पल भर में पति ने तीन तलाक देकर तोड़ दिया । पीड़िता ने पुलिस को तहरीर देते हुए फूट फूट कर रोते हुए आप बीती बताई। ये घटना थाना जहागीराबाद इलाके के फैजुल्लागंज की है। पीड़िता इंसाफ के लिए 6 दिसंबर से थाने के चक्कर काट रही है। इस संबंध में पुलिस का तर्क है कि मामले की जांच चल रही है। उधर आरोपी पक्ष लगातार धमका रहा है। इससे पीड़ित परिवार खौफ में जी रहा है। तहरीर में पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 13 जून 020 को मुस्लिम रीति रिवाज से मसौली थाना के कस्बा सआदतगंज निवासी कपड़ा व्यापारी इरफान के बेटे ओसामा से हुई थी।

निकाह के बाद विदा होकर ससुराल चली गयी। बताया कि पीड़िता के मुताबिक काफी गरीब घराने से है। हैसियत से ज्यादा मायके वालों ने दहेज दिया लेकिन ससुराल के मुताबिक दहेज अच्छा नही मिला। मायके से कई मंहगे समान लाने की फरमाइस पूरी न कर पाने से उसे शादी बाद से कभी सकून से नही रहने दिया। बताया कि गरीब की बेटी होने के नाते 10 सदस्यीय परिवार के कपड़े बर्तन साफ करने घर की सफाई खाना बनाने के एकतरफा काम लिया जाता पूरे घर की सेवा करने का जिम्मा उठाने के बाद भी दहेज के लिए उसे अमानवीय प्रताणना दी जाती।

तीन तालाक के मामले सरकार और कोर्ट की शख्ती के बावजूद तलाक के मामलो पर अंकुश नही लग रहा है। एक पखवाड़े में दो तलाक के मामलों में एक भी नही दर्ज हो पाया। इससे जाहिर होता होता है कि पुलिस भी महिला अधिकार संरक्षण कानून को अमली जामा नही पहना पा रही है। ऐसे मामले अधिकतर थानों तक नही पहुचते चंद तलाक पीड़िताएं हिम्मत जुटा कर कानून का सहारा लेने की कोसिस भी करती है तो उन्हें इंसाफ नही मिल पाता है। इस संबंध में थानाध्यक्ष दर्शन यादव ने बताया कि तहरीर मिली है मामले की जांच की जा रही है।

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