बहराइच: जिलाधिकारी मोनिका रानी ने पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा व अन्य अधिकारियों, क्षेत्रीय गणमान्य व संभ्रान्तजनों तथा प्रगतिशील गन्ना कृषकों के साथ वैदिक मंत्रोचार के बीच पारले चीनी मिल, परसेण्डी के डोंगा में गन्ना डालकर पेराई सत्र 2023-2024 का शुभारम्भ किया। पेराई सत्र के शुभारम्भ अवसर पर मिल गेट पर पहुंची प्रथम बैलगाड़ी के बैलों की पूजा कर गुड़ खिलाया गया तथा बैल गाड़ी के साथ गन्ना लेकर आये ग्राम मंझारा बघईया के कृषक छेदीलाल को माला पहनाकर अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर डीएम व एसपी ने गन्ना किसानों और मिल प्रबन्धन को सफल पेराई सत्र के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर डीएम मोनिका रानी ने मिल के जिम्मेदारान से कहा कि प्रत्येक किसान से गन्ना खरीद कर समय से भुगतान कराया जाय। डीएम ने गन्ना कृषकों से अपील की कि वह अपना गन्ना किसी अन्य बिचौलियों को ना बेचें बल्कि मिल में लाकर अपनी उपज का वाजिब मूल्य प्राप्त करें। डीएम ने कहा कि पारले चीनी मिल की स्थापना से इस क्षेत्र के गन्ना किसानों को काफी लाभ हुआ है। उन्होंने मिल के जिम्मेदारान व गन्ना कृषकों से अपेक्षा की कि एक दूसरे के हित को दृष्टिगत रखते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। डीएम ने किसानों से अपील की कि खेतों में फसल अवशेष व पराली को जलाएं नहीं बल्कि बेहतर प्रबन्धन के सहारे इससे कम्पोस्ट खाद तैयार कर भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाएं।
चीनी मिल के जीएम अनिल सखूजा ने बताया कि पूराई सत्र 2023-24 में मिल द्वारा 85 लाख कुण्टल पेराई का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कृषकों को गेहूॅ की बुवाई में कोई असुविधा न हो, इसलिए इस वर्ष 18 दिवस पूर्व की पेराई सत्र का आगाज़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मिल कृषकों की समस्याओं के समाधान के लिए दृढ़ संकल्पित है। किसानों को यदि कोई समस्या है तो वे मिल के जिम्मेदारान से सम्पर्क कर सकते हैं। श्री सखूजा ने किसानों से अपील की कि मिल को साफ-सुथरे गन्ने की आपूर्ति करें तथा शरद कालीन गन्ना बुवाई में अधिक से अधिक क्षेत्रफल में उन्नतशील गन्ना प्रजातियों की बुवाई कर चीनी मिल की सुविधाओं का लाभ उठाएं ताकि चीनी मिल को पेराई क्षमता के अनुरूप गन्ना की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। श्री सखूजा ने कहा कि पूर्व वर्षों की भांति गन्ना मूल्य का भुगतान समय से भुगतान करना मिल की शीर्ष प्राथमिकता है। इस अवसर पर गन्नाधिकारी आनन्द शुक्ला, फैक्ट्री मैनेजर अनिल यादव, मुख्य तकनीकि प्रबन्धक बी.के. पाण्डेय, गन्ना प्रबन्धक जगतार सिंह, बहाजुद्दीन व संजीव राठी, प्रगतिशील कृषक बब्बन सिंह, राजन सिंह सहित अन्य गन्ना कृषक तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।
इस अवसर पर डीएम मोनिका रानी ने मिल के जिम्मेदारान से कहा कि प्रत्येक किसान से गन्ना खरीद कर समय से भुगतान कराया जाय। डीएम ने गन्ना कृषकों से अपील की कि वह अपना गन्ना किसी अन्य बिचौलियों को ना बेचें बल्कि मिल में लाकर अपनी उपज का वाजिब मूल्य प्राप्त करें। डीएम ने कहा कि पारले चीनी मिल की स्थापना से इस क्षेत्र के गन्ना किसानों को काफी लाभ हुआ है। उन्होंने मिल के जिम्मेदारान व गन्ना कृषकों से अपेक्षा की कि एक दूसरे के हित को दृष्टिगत रखते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। डीएम ने किसानों से अपील की कि खेतों में फसल अवशेष व पराली को जलाएं नहीं बल्कि बेहतर प्रबन्धन के सहारे इससे कम्पोस्ट खाद तैयार कर भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाएं।
चीनी मिल के जीएम अनिल सखूजा ने बताया कि पूराई सत्र 2023-24 में मिल द्वारा 85 लाख कुण्टल पेराई का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कृषकों को गेहूॅ की बुवाई में कोई असुविधा न हो, इसलिए इस वर्ष 18 दिवस पूर्व की पेराई सत्र का आगाज़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मिल कृषकों की समस्याओं के समाधान के लिए दृढ़ संकल्पित है। किसानों को यदि कोई समस्या है तो वे मिल के जिम्मेदारान से सम्पर्क कर सकते हैं। श्री सखूजा ने किसानों से अपील की कि मिल को साफ-सुथरे गन्ने की आपूर्ति करें तथा शरद कालीन गन्ना बुवाई में अधिक से अधिक क्षेत्रफल में उन्नतशील गन्ना प्रजातियों की बुवाई कर चीनी मिल की सुविधाओं का लाभ उठाएं ताकि चीनी मिल को पेराई क्षमता के अनुरूप गन्ना की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। श्री सखूजा ने कहा कि पूर्व वर्षों की भांति गन्ना मूल्य का भुगतान समय से भुगतान करना मिल की शीर्ष प्राथमिकता है। इस अवसर पर गन्नाधिकारी आनन्द शुक्ला, फैक्ट्री मैनेजर अनिल यादव, मुख्य तकनीकि प्रबन्धक बी.के. पाण्डेय, गन्ना प्रबन्धक जगतार सिंह, बहाजुद्दीन व संजीव राठी, प्रगतिशील कृषक बब्बन सिंह, राजन सिंह सहित अन्य गन्ना कृषक तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।