मामापुर पशु चिकित्सालयों में नही डाक्टर, फार्मेसिस्ट कर रहे इलाज जर्जर भवन दे रहा बड़ी दुघर्टना को दावत
बाराबंकी : देवा में भगवान सहारे चल रहे मामापुर पशु चिकित्सालय में सालों से फार्मेसिस्ट नहीं है चपरासी दवाए दे रहा है, जर्जर आवासों के कारण डॉक्टर और कर्मचारी अपने आवास में नहीं रुकते हैं। अस्पताल की इमारत भी जरा सी बारिश में टपकने लगती है जिला पशु अधिकारी इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है। देवा के ग्राम पंचायत मामा पुर स्थित पशु चिकित्सालय की हालत बद से बदतर हो गई है अस्पताल में कई सालों से फार्मेसिस्ट नहीं है चपरासी दवाई देता है। देवा अस्पताल की इमारत इतनी जर्जर हो गई है कि कभी भी गिर सकती है, डॉक्टर आवास झाडि़यों से घिर चुका है छत पर बड़ी बड़ी घास उग आई है जगह-जगह से दीवारें टूट कर गिर रही हैयह हाल कर्मचारियों के आवास का है कर्मचारी आवास की जर्जर हो चुके है।
अस्पताल में डॉक्टर और कर्मचारियों के रहने के लिए कोई पुख्ता इमारत नहीं है। देवा पशु चिकित्सालय कार्यालय भी बारिश में टपकने लगता है। अस्पताल मैं डॉक्टर और कर्मचारी के रहने के लिए सुरक्षित जगह न होने के कारण डॉक्टर खिलाड़ी शंकर और कर्मचारी रात में आवास पर नहीं रुकते हैं रात के समय केवल चपरासी कार्यालय की इमारत में सोता है। देवा पशु अस्पताल के अस्पताल के डॉक्टर खिलाड़ी शंकर कहते हैं जल्द ही इमारतों की मरम्मत कराई जाएगी। बताया जाता है कि अस्पताल की जर्जर इमारत और आवासों के संबंध में कई बार जिला पशु अधिकारी बाराबंकी को बताया गया है लेकिन जिला पशु अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं अगर जर्जर इमारतों को सही न कराया गया तो किसी न किसी दिन बड़ा हादसा होगा।