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निर्वाचन आयोग ने यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीखों का किया ऐलान

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नई दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। निर्वाचन आयोग ने ऐलान किया है कि प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी, द्वितीय चरण का मतदान 14 फरवरी, तृतीय चरण का मतदान 20 फरवरी, चौथे चरण का मतदान 27 फरवरी, पांचवे चरण का मतदान 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च, सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP ने 325 सीटों पर जीत दर्ज कर UP में सरकार बनाई। इस बार विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और रालोद का गठबंधन हो चुका है। यूं तो तमाम दल ही चुनावी रण में होंगे लेकिन इस विधानसभा चुनाव में भाजपा और गठबंधन के बीच ही अहम मुकाबला माना जा रहा है।

पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा जबकि मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी।

10 मार्च को पांचों राज्‍यों में मतगणना

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- सभी 5 राज्यों के चुनाव कुल सात चरणों में पूरे होंगे। मणिपुर में दो चरणों में होगी वोटिंग। यूपी में 10 फरवरी को पहला फेज, 14 को दूसरा, 20 तीसरा, 23 चौथा फेज 27 मार्च को पांचवां, तीन मांर्च को छठा और सात मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा। 10 मार्च को पांचों राज्‍यों में मतगणना होगी।

विजय जुलूस की भी इजाजत नहीं

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- डोर-टु-डोर कैंपेन में भी अधिकतम पांच लोग ही शामिल हो सकेंगे। चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह अनुपालन सुनिश्चित करना होगा इसमें शामिल होने वाले लोगों के लिए कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राजनीतिक दल ही करेंगे। मतगणना के बाद किसी भी तरह के विजय जुलूस की इजाजत नहीं होगी

15 जनवरी तक रोड शो, रैली, जुलूस की इजाजत नहीं

कोरोना की चुनौतियों पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को हमारी सलाह है कि वे अपने चुनाव प्रचार कार्यक्रमों को डिजिटल मोड में ही चलाएं 15 जनवरी तक कोई भी रोड शो, बाइक रैली, जुलूस या पद यात्रा की इजाजत नहीं होगी। यही नहीं 15 जनवरी तक कोई फीजिकल रैली भी नहीं आयोजित की जाएगी। बाद में डीटेल गाइडलाइंस जारी की जाएंगी।

900 पर्यवेक्षक रखेंगे नजर, संवेदनशील बूथों की वीडि‍योग्राफी

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि धन बल और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को लेकर हर बार की तरह इस बार भी जीरो टालरेंस की नीति रहेगी। इस बार कुल 900 पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखेंगे यदि जरूरी हुआ तो स्पेशल आब्जर्वर भी तैनात होंगे। संवेदनशील बूथों पर पूरे दिन वीडि‍योग्राफी कराई जाएगी। पांचों राज्यों में एक लाख से ज्यादा पोलिंग स्‍टेशनों का लाइव वेबकास्ट किया जाएगा

16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार 16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। 2.15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं। चुनाव कोविड प्रोटोकाल के साथ कराए जाएंगे। पोलिंग बूथ पर कोरोना से बचाव के लिए मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था की गई है।

18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि सर्विस मतदाता को​ मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। 24.9 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पोलिंग स्टेशन ऐसा होगा जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में होगा। यहां तक की इस पोलिंग स्‍टेशन पर सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही होंगी।

तीन लक्ष्यों पर काम

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार आयोग ने तीन लक्ष्यों पर काम किया है। ये टारगेट हैं आसान और कोविड सेफ चुनाव के साथ साथ मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा से ज्‍यादा भागीदारी। कोरोना काल में पांच राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों कोविड सेफ चुनाव कराना बेहद चुनौती भरा काम है। इन चुनावों में 18 करोड़ से ज्यादा वोटर हिस्सा लेंगे

कोरोना लहर के बीच चुनाव कराना बड़ी चुनौती

गौर करने वाली बात है कि मौजूदा वक्‍त में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। ऐसे में उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, उत्‍तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं हैं बार काउंसिल आफ इंडिया इस बारे में निर्वाचन आयोग को पत्र भी लिख चुका है। मालूम हो कि जिन राज्‍यों में विधानसभा चुनाव होना है वहां पर केवल पंजाब में कांग्रेस की जबकि अन्‍य जगहों पर भाजपा की ही सरकारें हैं।

10 मार्च को परिणामों की घोषणा

चुनाव आयुक्त ने कहा कि 10 मार्च को पांच राज्यों में मतगणना होगी। कोरोना गाइडलाइन्स के तहत नियमों का पालन करना जरूरी होगा। परिणामों की घोषणा के बाद जश्न की अनुमति नहीं होगी। मतगणना के बाद किसी भी तरह के रोड शो की अनुमति भी नहीं होगी।

10 फरवरी, पहले चरण का मतदान
शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा आगरा और अलीगढ..

14 फरवरी,दूसरा चरण सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर..

20 फरवरी,तीसरा चरण कासगंज, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झाँसी, ललितपुर..

23 फरवरी,चौथा चरण पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा

27 फरवरी,पांचवा चरण श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, प्रयागराज

3 मार्च, छठां चरण बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, आंबेडकर नगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया

7 मार्च,सातंवा चरण
आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र,

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