बाराबंकी : शफाउद्दीन कहते हैं कि कई दशकों से बुनकर का काम करके परिवार का भरण पोषण किया जा रहा है लेकिन अब यह हालात हो गए हैं की सड़कों पर निकल कर अपनी आवाज उठानी पड़ रही है बल्कि सरकार के द्वारा सब्सिडी देने की भी बात कही जा रही है लेकिन यह पूरी तरीके से हवा हवाई साबित हो रही है उससे किसी भी प्रकार का कोई फायदा नहीं साबित हो रहा है शफीउल्लाह कहते हैं कि सरकार से एक निवेदन है कि फ्लैट रेट पर बिजली उपलब्ध करा दें बस यही महान दया होगी।