लखनऊ : आम चुनाव 2024 की तिथियां करीब देख कर्मचारी संगठनों ने पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को धार देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में केंद्रीय, राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों व पेंशनर्स संगठनों ने पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच बनाया है, जिसके तहत 21 मार्च को यूपी के साथ ही देश भर में जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया है। लखनऊ में यह प्रदर्शन डीएम आवास के सामने होगा।
सोमवार को केंद्रीय कर्मचारी संगठन रेलवे के आरके. पांडेय, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से हरिकिशोर तिवारी व शिवबरन सिंह यादव ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 2004 से नव परिभाषित अंशदान पेंशन योजना से कर्मचारी व शिक्ष्क समाज का भविष्य अंधकार मय हो गया है।
कई बार विरोध दर्ज कराया गया लेकिन सरकार ने अब तक ध्यान नही दिया। जिसकी वजह से एक निर्णायक आंदोलन की शुरूआत राष्ट्रव्यापी मंच बनाकर शुरू की गई है।पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच द्वारा पूरे देश से राष्ट्रपति को आनलाइन याचिका भेजी गई, 21 फरवरी को रेलवे कार्यालयों के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया जा चुका है।
अब 21 मार्च में देश भर के सभी जनपद मुख्यालयों पर प्रदर्शन के साथ मंच द्वारा सितंबर तक क्रमवार आंदोलन किया जाना है। प्रेसवार्ता में केन्द्रीय कर्मचारी संगठन से विभूति मिश्रा, बृजेश यादव, संतोष मिश्रा, संजय वर्मा, एसबी सिंह, राज्य कर्मचारी संगठनों से शिवबरन सिंह यादव, अमिता त्रिपाठी, एनडी द्विवेदी, अविनाश चन्द्र मिश्रा, सुभाष तिवारी, राजेश सिंह, अरुण सिंह, फहीम राजेश वर्मा आदि उपस्थित थे।