लखनऊ: जमीन के लालच में इंसान नाते रिश्तेदारों को ही नहीं, भगवान को भी धोखा देने में पीछे नहीं है। मोहनलालगंज में ऐसे ही एक सनसनीखेज मामले में मंदिर की जमीन कब्जाने के लिए अभिलेखों में भगवान को ही मृत दिखा दिया। मामले का राजफाश होने पर अब तहसील प्रशासन ने जांच का आदेश दिया है। भगवान के नाम पर फर्जीवाडे का यह मामला मोहनलालगंज के कुशमौरा हलुवापुर गांव का है। यहां पर 0,730 हेक्टेयर जमीन राम कृष्ण ट्रस्ट के नाम पर दर्ज की गई थी।
1987 में तहसील अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से राम कृष्ण को मृत दिखाकर एक व्यक्ति को राम कृष्ण का पिता बना दिया गया। इस तरह से जालसाजों ने अभिलेखों में हेरफेर कर राम कृष्ण के पिता बने व्यक्ति के नाम जमीन दर्ज करा दी गई। तहसील अधिकारियों के मुताबिक पहली बार 1968 मे यह जमीन मंदिर के नाम पर तहसीलदार में आदेश से दर्ज हुई थी। तहसीलदार ने पट्टा किया था। जिस जमीन पर मंदिर का निर्माण हुआ था वह जमीन पहले बंजर दर्ज थी। जमीन के अभिलेखों में हेरफेर की शिकायत पहले तहसील में कई गई।