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गोरखपुर में आज आएगी कोरोना मरीजों की ये खास दवा

गोरखपुर : कोरोना मरीजों के लिए कारगार मानी जाने वाली रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति दवा व्यापारी और स्वास्थ्य विभाग बढ़ाने की तैयारी में जुट गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज को 150 और टीबी अस्पताल को 50 वायल रेमडेसिविर उपलब्ध कराया है। भालोटिया मार्केट में मंगलवार को 200 से ज्यादा वायल आने की उम्मीद है। दवा विक्रेताओं का कहना है कि इस सप्ताह रेमडेसिविर की आपूर्ति और बढ़ाई जाएगी। इससे मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

देश भर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड है। यही वजह है कि इंजेक्शन की कमी हो गई है। स्थिति ऐसी है कि प्रदेश की राजधानी में भी रेमडेसिविर मिल नहीं पा रहा है। लखनऊ से लोग गोरखपुर से इंजेक्शन की डिमांड कर रहे हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए। इसे अलग-अलग जिलों में भी भेजा गया है। सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज को 150 और टीबी अस्पताल को 50 वायल दिया जा चुका है। सभी डाक्टरों से कहा गया है कि जरूरत होने पर ही इसका इस्तेमाल करें।

रेमडेसिविर इंजेक्शन के डिमांड के बीच फैबिफ्लू दवा बाजार से गायब हो गई है। छोटे मेडिकल स्टोरों पर पहले यह दवा आसानी से मिल जा रही थी। लेकिन इस बीच छोटे से लेकर बड़े मेडिकल स्टोरों पर यह दवा गायब है। इतना ही नहीं थोक मंडी भालोटिया में भी दवा मिल नहीं पा रही है। जिन लोगों के पास अगर दवा है भी तो वह अधिक दामों में बेच रहे हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को फैबिफ्लू की बड़ी खेप आनी वाली है। इसके बाद से काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।कोरोना संक्रमण के कारण आ रही खांसी पर ज्यादा असरदार साबित हो रही फेविपिराविर दवा मंगलवार से बुधवार तक भालोटिया मार्केट में पहुंचने की उम्मीद है। दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे ने बताया कि बाजार में एक हजार से ज्यादा की संख्या (पत्ते) में दवा आ रही है। दवाओं के लिए लगातार डिपो से संपर्क बनाया जा रहा है।

विटामिन दवाओं की भी डिमांड

कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच विटामिन दवाओं की डिमांड काफी बढ़ गई है। जिंक, विटामिन सी सहित अन्य दवाएं छोटे मेडिकल स्टोरों पर मिल ही नहीं रही है। लोगों को भालोटिया की ओर रूख करना पड़ रहा है। यहां भी सीमित मात्रा में लोगों को विटामिन सी की गोलियां मिल पा रही हैं।

गोरखपुर सहित यूपी के इन पांच शहरों में नहीं लगेगा लॉकडाउन

गोरखपुर : सहित उत्तर प्रदेश के पांच शहरों में लॉकडाउन नहीं लगेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट क पांच शहरों में लॉकडाउन लगाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था। भारत के मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने इस मामले की सुनवाई की। गौरतलब है कि सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोरोना के विस्फोट में स्वास्थ्य सुविधाओं की विफलता को देखते हुए प्रदेश के पांच सर्वाधिक प्रभावित शहरों प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और गोरखपुर में  26 अप्रैल तक लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था।

आपको बता दें कि यूपी सरकार का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े हैं, नियंत्रण के लिए सख्ती भी जरूरी है। सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं, आगे भी उठाए जा रहे हैं। जीवन के साथ गरीब आजीविका भी बचानी है। इसलिए शहरों में संपूर्ण अभी नहीं लगेगा। लोग स्वत: स्फूर्त भाव से कई जगह बंदी कर रहे हैं।

गोरखपुर में होगी सामान्य से ज्यादा बारिश, मानसून के दौरान 11 दिन भारी बारिश की संभावना

गोरखपुर : भारतीय मौसम विभाग की ओर से इस साल बरसात के मौसम में गोरखपुर में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई है। 11 दिन भारी बारिश के आसार हैं। जिले में सामान्य बारिश 1137.2 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार सामान्य से करीब 10 मिलीमीटर ज्यादा बारिश की संभावना है। सामान्य तौर पर जून में 185.5 मिलीमीटर बारिश होती है, वहीं इस बार 194.2 मिलीमीटर बारिश का अनुमान है।

जुलाई में 383.4 मिलीमीटर की तुलना में 367.3 मिलीमीटर बारिश होगी। अगस्त में 339.5 मिलीमीटर की तुलना में 353.5 मिलीमीटर बारिश की संभावना है। सितंबर में 228.8 मिलीमीटर की तुलना में 233.4 मिलीमीटर बारिश का अनुमान है। गोरखपुर एनवायरमेंटल एक्शन ग्रुप के मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि इस बार जिले में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। जून से सितंबर तक मानसून के दौरान 11 दिन भारी बारिश हो सकती है।मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि जून में एक दिन, जुलाई और अगस्त में चार-चार दिन और सितंबर में दो दिन भारी बारिश के आसार हैं। अगर 24 घंटे के दौरान 64.5 मिलीमीटर बारिश हो जाती है तो उसे भारी बारिश की श्रेणी में रखा जाता है।

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