New Ad

Gorakhpur Breaking News

सूरज के चारों तरफ बना घेरा, लोग बोले- भगवान बैठकर कर रहे हैं सभा गोरखपुर में बदला नाइट कर्फ्यू का समय बुजुर्ग को पहली डोज कोवैक्सिन की, दूसरी कोविशिल्ड की लगाई लखनऊ विवि ने 44 महाविद्यालयों के खाते में भेज दिए छह करोड़ ज्यादा

0

सूरज के चारों तरफ बना घेरा, लोग बोले- भगवान बैठकर कर रहे हैं सभा

गोरखपुर :  में बृहस्पतिवार दोपहर सूरज के चारों तरफ गोलाकार शक्ल में एक घेरा बन गया जो लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना रहा। हर कोई कह रहा था कि ऐसा तो मैंने पहली बार देखा। वहीं इसी बीच किसी बुजुर्ग ने कहा कि आकाश में भगवान जी बैठकर सभा कर रहे हैं। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह पूरी तरह से एक बादल और सूरज की वजह से होने वाली सामान्य सी घटना है।

दरअसल जमीन से करीब 25000 मीटर की ऊंचाई पर बादलों की एक पतली परत छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल तक छाई हुई रही। इसकी वजह से सूरज की रोशनी जब पृथ्वी पर आने के दौरान इन बादलों की वजह से कुछ रिफ्लेक्ट भी हो रही थी। सूरज के किरणों के इस विचलन की वजह से बादलों के बीच सूरज के चारों तरफ एक घेरा दिखने लगा। इस दौरान जिनकी भी नजर सूरज पर पड़ी वे हैरान रह गए। गोरखपुर एनवायरमेंटल एक्शन ग्रुप के मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडे का कहना है कि मौसम विज्ञान की भाषा में इसे होलोज (holos) कहते हैं। इसका कारण ऊंचे वाले साइरस (sirrus) बादल होते हैं। यह प्रकाश के विचलन की वजह से होता है।

गोरखपुर में बदला नाइट कर्फ्यू का समय

गोरखपुर :  सहित यूपी के 10 जिलों में 2000 से अधिक एक्टिव केस होने के कारण रात्रि कर्फ्यू का समय बदल गया है। अब रात नौ बजे से शुरू होने वाला कर्फ्यू आठ बजे से ही शुरू हो जाएगा। वहीं सुबह समाप्त होने का समय भी छह बजे के बजाय सात बजे कर दिया गया है। यह आदेश गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है।

बुजुर्ग को पहली डोज कोवैक्सिन की, दूसरी कोविशिल्ड की लगाई

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिम्मेदारों द्वारा सीडीओ के वाहन चालक को कोरोना का टीका पहले कोवैक्सीन तो दूसरी बार कोविशील्ड लगा दी गई। वहीं इस मामले की जानकारी होते ही पीड़ित सहित अन्य लोग नाराजगी जाहिर करते हुए टीकाकरण केंद्र पर हंगामा करने लगें। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।

पीड़ित उमेश ने बताया कि वह सीडीओ गौरव सिंह सोगरवाल के वाहन चालक हैं। जिन्हें 25 फरवरी को पहली डोज कोवैक्सिन लगी थी। इन्हें दूसरी डोज 25 मार्च को लगनी थी। लेकिन किसी कारण के वजह से बिलंब हो गया। जिसके चलते वे बीते मंगलवार को अपनी दूसरी डोज लेने के लिए जिला अस्पताल के महिला अस्पताल पहुंचे।

यहां उन्हें कोवैक्सिन के जगह जिम्मेदारों द्वारा कोविशिल्ड लगा दी गई। जब इसका पता उन्हें चला तो वह भयभीत हो उठे। उसके बाद इसकी जानकारी अन्य लोगों को देते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई। वहीं इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। स्वास्थ्य कर्मी से स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।

लखनऊ विवि ने 44 महाविद्यालयों के खाते में भेज दिए छह करोड़ ज्यादा

गोरखपुर  : लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा- 2020 में 50 से ज्यादा महाविद्यालयों का करीब छह करोड़ रुपये प्रवेश शुल्क दूसरे महाविद्यालयों के खाते में भेज दिया गया है। ये महाविद्यालय दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय व सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। यह लापरवाही सामने आने पर हड़कंप मच गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने ऐसे 44 महाविद्यालयों से जहां अधिक धनराशि भेजी गई है, शुल्क वापस करने के लिए कहा है। करीब 20 दिन बीत गए हैं अभी तक किसी महाविद्यालय ने रकम नहीं लौटाई है।

दरअसल, बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का नोडल लखनऊ विश्वविद्यालय को बनाया गया था। पूरे प्रदेश से अभ्यर्थियों ने परीक्षा फार्म भरे और राज्य स्तरीय काउंसिलिंग के माध्यम से प्रवेश शुल्क 51250 रुपये लखनऊ विश्वविद्यालय में जमा कर दिया।मार्च के अंतिम सप्ताह में लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से महाविद्यालयों को धनराशि भेजी गई, लेकिन गोरखपुर विश्वविद्यालय और सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय के 22-22 महाविद्यालयों में ज्यादा प्रवेश शुल्क भेज दिया गया। गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में करीब 3.70 करोड़ और सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय से जुड़े 22 महाविद्यालयों में करीब 2.5 करोड़ ज्यादा धनराशि भेजी गई है।

जिन महाविद्यालयों के खाते में रकम नहीं पहुंची है, वहां का प्रबंधन परेशान है। कई महाविद्यालयों में शिक्षक, कर्मचारियों को वेतन देने के लिए धन भी नहीं है। इस संबंध में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव और वित्त नियंत्रक का पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला। जब भी उनका पक्ष आएगा प्रकाशित किया जाएगा। वहीं विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है।

गोविवि के इन महाविद्यालयों के खाते में पहुंची ज्यादा रकम

बीआरडी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज देवरिया

बहादुर यादव मेमोरियल संतकोटार महाविद्यालय भटनी, देवरिया

बुद्धा पीजी कॉलेज कुशीनगर

दीप नरायरन डिग्री कॉलेज जगदीशपुर भलुआन

डॉ राम मनोहर लोहिया महाविद्यालय शाहपुर देवरिया

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय शिक्षा संकाय

एमपी पीजी कॉलेज माओडीहा देवरिया

इंदु देवी सूर्यनरायन वर्मा शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान कुशीनगर

जवाहर लाल नेहरू संत कोठार महाविद्यालय बांसगांव गोरखपुर

लगना देवी ताराकांत महाविद्यालय देवरिया

लीलावती देवी महिला महाविद्यालय देवरिया

मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज भाटपार रानी देवरिया

महारानी लक्ष्मीबाई बालिका महाविद्यालय, रामपुर राजधानी गोरखपुर

नाथ चंद्रावत महाविद्यालय जगदीशपुर गोरखपुर

परमहंस बाबू जी गर्ल्स एजुकेशन इंस्टीट्यूट देवरिया

राजेंद्र बाबू महाविद्यालय देवरिया

राम अधार सिंह महाविद्यालय खजनी गोरखपुर

रामचंद्र उपाध्याय महाविद्यालय भाटपाररानी देवरिया

रमेश चंद्र राव नवटापी महाविद्यालय देवरिया

रायनाथ बह्मदेव डिग्री कॉलेज, सलेमपुर

सिद्धेश्वर शीतलदेव नरायन महाविद्यालय भटनी

सिद्दीक अहमद पीजी कॉलेज देवरिया

इलाज के लिए कमिश्नर ने दिया खास निर्देश

गोरखपुर  : के कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपर निदेशक स्वास्थ्य और मंडल के चारों जिले (गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज ) के सीएमओ, आईएमए, एसोसिएशन, नर्सिग होम एसोसिएशन के प्रतिनिधियों एव प्राइवेट चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर मंडल में कोविड संक्रमितों के उपचार के लिए बेड की संख्या को बढ़ाना होगा। अब आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।

सीएमओ को निर्देश दिया कि वह अपने-अपने जनपदों में प्राइवेट चिकित्सालयों से बात करके कोविड उपचार के लिए ज्यादा से ज्यादा बेड की व्यवस्था करें। रेलवे अस्पताल के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि रेलवे अस्पताल में भी कोविड मरीजों के इलाज के लिए बेड एवं वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जाए। जिले में एयरफोर्स के अधिकारियों से वार्ता कर एयरफोर्स अस्पताल में अधिक से अधिक बेड की व्यवस्था कराई जाए।

उन्होंने बताया कि जिले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज, 100 बेड टीबी अस्पताल के साथ-साथ पैनेसिया, गर्ग अस्पताल, मल्ल मैटर्निटी सेंटर, मेडिहब अस्पताल, गोरखपुर हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, फातिमा अस्पताल, उदय मेडिकल सेंटर, आरके इमर्जेंसी सेंटर, आर्यन अस्पताल, दुर्गावती अस्पताल एवं दी प्राइड अस्पताल में भी कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है।

कमिश्नर ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी गीडा को ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए व्यापारियों से बात करने के निर्देश दिए, ताकि ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर हो सके। पीएचसी/सीएचसी एवं जिला अस्पताल में भआइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की जाए, जिससे की संक्रमितों को त्वरित रूप से अस्पतालों में रेफर किया जा सके। आईएमए के प्रतिनिधियों से अधिक से अधिक कोविड बेड की व्यवस्था बनाने में सहयोग करने की अपील की।

Leave A Reply

Your email address will not be published.