कन्नौज : सरकारी योजनाएं आती तो गरीबों के लिए मगर लाभ अफसरों के चहेतों को ही मिलता है l भले ही वह हकदार हो या नहीं ,चहेतों के बाद योजनाएं गरीबों या यूं कहें जरूरतमंदों तक पहुंचती हैं l प्रधानमंत्री आवास योजना का हश्र भी कुछ ऐसा ही हुआ है l जिंदगी भर कच्चे घरों में रहकर गुजर-बसर करने वालों को आवास के नाम पर आश्वासन की घुट्टी पिला दी गई है l अब जरूरतमंद एक आदत छत की उम्मीद लेकर जिंदगी काट रहे हैं l तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के पचोर गांव में झोपड़ी में रहकर एक परिवार गुजर बसर कर रहा है l तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के पचोर गांव निवासी आसाराम पुत्र रामभरोसे गुप्ता अपने परिवार के साथ घास फूस से बनी झोपड़ी में रहकर गुजर-बसर कर रहे l झोपड़ी भी उनका साथ नहीं दे रही है ,खुले आसमान में पॉलिथीन डालकर गुजारा कर रहे हैं l
गरीब असहाय मजदूर लोगों का कोई सुनने वाला नहीं है l उन्होंने बताया आवास को लेकर कई बार ग्राम प्रधान व अधिकारियों के चक्कर काट चुके हैं l आवास के नाम पर आश्वासन दिया गया है l भरोसे की चादर ओढ़ बैठे हैं l कई बार अधिकारियों से शिकायत भी की पर सुनवाई नहीं हुई l उन्होंने बताया कई बार ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी और लेखपाल से आवास के लिए कन्नौज तक दौड़ लगाई l आवास के नाम पर आश्वासन की घुट्टी पिला दी l सामान्य वर्ग में आने से आवास नहीं मिल सका इसमें हमारा क्या दोष है l मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों का और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं l साग सब्जी बेच कर अपने परिवार का पोषण कर रहे हैं l किसी भी सरकारी योजना का लाभ मुझे नहीं दिया गया है l आला अधिकारी अमन चैन की बंसी बजा रहे हैं वही हम पॉलिथीन तान कर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं l हम तो कहते कहते थक चुके हैं आला अधिकारी सुनते सुनते नहीं थके l हमने तो आसरा छोड़ दिया अपना और अपने परिवार का भरण पोषण मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं l