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मुट्ठी भर बादाम सेहत का नया आयाम-सोहा अली खान

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लखनऊ : आमंड बोर्ड ऑफ कैलिफ़ोर्निया ने आज महामारी के बाद की दुनिया में तेजी से बदलती जीवन शैली के बीच इष्टतम पारिवारिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में चुनौतियाँ विषय पर एक लखनऊ मे एक वर्चुअल परिचर्चा आयोजित की जिसमें भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। इस परिचर्चा में वक्ताओं ने गंभीर आहारीय और जीवन शैली मध्यवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया। पैनल में बॉलीवुड अभिनेता और लेखक सोहा अली खान, क्षेत्रीय प्रमुख डायटेटिक्स ऋतिका समद्दार, पोषण और कल्याण सलाहकार शीला कृष्णास्वामी और आमंड बोर्ड ऑफ कैलिफोर्निया की वीपी- ग्लोबल मार्केट डेवलपमेंट एमिली फलीशमैन शामिल थे। पैनल ने पोषण को प्राथमिकता देने और बादाम जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

चर्चा के दौरान लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान ने कहा कि, आज की दुनिया में माँ बनना आसान नहीं है, मेरे लिए किसी भी माँ की तरह यह सुनिश्चित करना कि मेरा परिवार स्वस्थ और सुरक्षित है, एक निरंतर तनाव है। लेकिन अगर पिछले डेढ़ साल में मैंने कोई एक चीज सीखी है तो वह यह है कि बहुत सी चीजें मेरे नियंत्रण में नहीं हो सकती हैं, पर मेरे परिवार की भलाई निश्चित तौर पर मेरे नियंत्रण में है। अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए अपने परिवार की योजना के हिस्से के रूप में हम रोजाना मुट्ठी भर बादाम खाते हैं। बादाम एक स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता हैं। इसे कच्चा खाया जा सकता है या फिर ओट्स, स्मूदी और शेक में मिलाया जा सकता है। उन्हें नियमित रूप से खाने से मेरी और मेरे परिवार का प्रतिरक्षण तंत्र मजबूत करने में मदद मिलती है। उनमें तांबा, जस्ता, लोहा और विटामिन ई होता है। इनमें हरेक पोषक तत्व हैं जो प्रतिरक्षण प्रणाली के विकास, रख-रखाव और सामान्य कामकाज में योगदान देते हैं।

डायटेटिक्स, ऋतिका समद्दर ने कहा कि, अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि बादाम, फल और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। बादाम विशेष रूप से एक बढ़िया विकल्प हैं, क्योंकि वे हर दिन खाने के लिए सबसे आसान खाद्य पदार्थों में से एक हैं। परिवार के सदस्य सुबह एक मुट्ठी भिगोकर खा सकते हैं।नियमित रूप से बादाम खाने का दूसरा फायदा यह है कि वे किसी व्यक्ति के रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं। अनुसंधानों से पता चलता करता है कि बादाम के दैनिक सेवन से स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने और टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में हृदय संबंधी मार्करों में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

न्यूट्रिशन और वेलनेस कंसल्टेंट, शीला कृष्णास्वामी ने कहा कि, पुरानी आदतों को नई और बेहतर आदतों से बदलकर एक अच्छे आरोग्य का रास्ता अपनाना है। इसके लिए परिवारों को मेरा सबसे बड़ा सुझाव है कि घर की रसोई की पूरी तरह से सफाई करें और अस्वास्थ्यकर और कैलोरी से भरपूर खाद्य पदार्थों को बादाम या ताजे फलों जैसे पौष्टिक विकल्पों से बदलें।

आमंड बोर्ड ऑफ कैलिफ़ोर्निया की वीपी  ग्लोबल मार्केटिंग डेवलपमेंट, एमिली फ्लीशमैन ने कहा कि, महामारी के बाद की दुनिया में अच्छा पोषण और स्वस्थ जीवन शैली महत्वपूर्ण है। अब कई वर्षों से और महामारी के दौरान भी हम दुनिया भर के परिवारों और विशेष रूप से भारत में पौष्टिक और संतुलित भोजन खाने और नियमित व्यायाम के महत्व के बारे में बेहतर जागरूकता पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वस्थ आहार पैटर्न में बादाम को शामिल करने के गुणों को समझने के लिए एबीसी वैज्ञानिक अनुसंधान में निवेश करके इसे प्रोत्साहित करना जारी रखता है।

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