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आगरा से हाइजैक बस इटावा से बरामद, आगरा पुलिस का ‘झूठ’ भी बेनकाब

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फाइनेंस कंपनी के प्रमुख ने कहा, फाइनेंस नहीं थी हाइजैक बस

बस मालिक के रिश्तेदार ने आगरा पुलिस की थ्यौरी को बताई झूठी कहानी

लखनऊ : आगरा बस हाईजैक मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में देर शाम तक आगरा पुलिस के लिए राहत और मुसीबत वाली दो खबरें आई हैं। पहली खबर तो यह है कि हाईजैक हुई बस इटावा से बरामद कर ली गयी है। इटावा के एसएसपी आकाश तोमर ने पुष्टि की है कि बस थाना बलरई पुलिस ने बरामद की है। हालांकि अपहरणकर्ताओं का अभी तक पता नहीं चला है। वहीं दूसरी तरफ बस हाईजैक मामले में आगरा पुलिस अपने दावे में फंसती नजर आ रही है।

आगरा पुलिस जिस फाइनेंस कंपनी से बस के फाइनेंस होने और किश्त न जमा होेने पर कंपनी कर्मचारियों द्वारा ही उठवा लिए जाने का दावा कर रही है, वह फर्जी है। श्रीराम फाइनेंस कम्पनी के प्रमुख इकबाल अब्बासी ने कहा है कि वर्तमान समय में उनकी कंपनी का किसी भी बस पर कोई लोन नहीं है। हाईजैक हुई बस का लोन दो साल पहले ही खत्म हो चुका है।

दो साल पहले ही खत्म हो चुका है बस का लोन

हाईजैक हुई बस का लोन दो साल पहले ही खत्म हो चुका है। इसलिए कंपनी द्वारा बस को उठवाए जाने की बात गलत है। बुधवार दोपहर को इकबाल अब्बासी ने बयान जारी कर कहा, कंपनी को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। कंपनी हेड ने हाईजैक बस के लोन संबंधी ब्यौरा साझा करते हुए बताया कि बस दीपा अरोड़ा के नाम पर खरीदी गई थी।

फाइनेंस कंपनी के मालिक के अलावा बस मालिक के एक रिश्तेदार ने भी आगरा पुलिस की थ्यौरी को झूठा बताया है। झांसी थाने पहुंचे एक गगन नाम के एक युवक ने खुद को बस मालिक का दामाद बताया। युवक ने कहा कि बस फाइनेंस नहीं थी। इसलिए बस हाईजैक के पीछे कोई गहरी साजिश हो सकती है। बस मालिक के रिश्तेदार ने भी आगरा एसएसपी बबलू कुमार के दावे को झूठा करार दिया है।

बुधवार तड़के रात 2 बजे हाईजैक हुई थी बस

बता दें कि मंगलवार शाम 3 बजे गुरुग्राम से यात्रियों को भरकर मध्यप्रदेश के पन्ना के लिए निकली कल्पना टेवेल्स की बस को रात 2 बजे के करीब आगरा के मलपुरा के न्यू दक्षिणी बाईपास स्थित रायभा टोल प्लाजा के पास से कुछ बदमाशों ने हाईजैक कर लिया। यात्रियों सहित बस हाइजैक होने की सूचना मिलते ही आगरा पुलिस में हड़कंप मच गया। तत्काल आस-पास के जनपदों में सूचना देने के साथ ही पुलिस ने नाकेबंदी कर दी।

आगरा एसएसपी ने फाइनेंस कंपनी को बताया था जिम्मेदार
इस बीच बस में सवार यात्रियों के झांसी पहुंचने की सूचना मिली। हाइजैक बस के सभी यात्री दूसरी बस से सुरक्षित झांसी पहुंच गए। आगरा पुलिस ने दावा किया बस को श्रीराम फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने हाईजैक किया है। बस मालिक ने पिछले कुछ समय से किश्त नहीं जमा की थी। मंगलवार शाम को बस मालिक की मौत के बाद कंपनी ने बस को उठवा लिया है। बस चालक-परिचालक को भी बदमाशों ने आगरा में ही उतार दिया था।

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