
प्रयागराज: एक तरफ जहां मुसलमानों को सनातन का दुश्मन बताया जा रहा है तो
वही दूसरी तरफ महाकुंभ में हिंदू और मुस्लिम के भाई चारे की मिसाल पेश करने वाली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जहां कुंभ में आए हिंदू भाईयों के लिए मुस्लिम ने अपने घर और मस्जिद खोल दी उनको रहने और खाने पीने से ले कर कंबल और दवाए दी
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा। भीड़ ज्यादा होने और भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने और सख्ती बरतनी शुरू कर दी। एक तरफ स्नान करने वालों को मेले से जल्दी-जल्दी शहर की ओर भेजा जाने लगा तो वहीं स्नान के लिए आ रहे वाहनों को शहर से काफी दूर रोक दिया गया। जो लोग जिले में आ चुके थे, उन्हें लंबे रास्ते से घाटों तक भेजा गया, जिससे बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे थक गए।
पतली-पतली गलियों में लोग सो रहे थे। फुटपाथ भी खाली नहीं थे। इस बीच प्रयागराज जिला प्रशासन और शहरियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए श्रद्धालुओं की मदद को आगे हाथ बढ़ाया। स्कूल खोलकर उनके अंदर श्रद्धालुओं के ठहरने के इंतजाम किए गए। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गेट भी खोल दिए गए। स्टूडेंट्स ने आनन-फानन में हलवाई का इंतजाम किया।
महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान प्रयागराज (इलाहाबाद) में फिर एक बाद गंगा-जमुनी तहजीब का नजारा देखने को मिला. संगम नगरी में आए श्रद्धालुओं के साथ भगदड़ में जो हुआ, उसे शायद वो कभी नहीं भुला पाएंगे. लेकिन एक अच्छी याद जो वो साथ लेकर जा रहे हैं, वो है मुसलमानों (Hindu-Muslim Ekta) को उनके साथ इस दुख भरी घड़ी में साथ देना. भगदड़ के बाद कई हिंदू श्रद्धालुओं को उस वक्त न रहने को और न खाने पीने को जब कुछ मिल रहा था, तो मुसलमान भाइयों ने उनका साथ दिया. उन्होंने हिंदू श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए मस्जिदें खोल दीं. खाने के लिए लंगर लगाए और ठंड से बचाने के लिए कंबल भी बांटे.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंगलवार को महाकुंभ में डुबकी लगाई। इसके बाद सभी देशवासियों से महाकुंभ में आने और पवित्र स्नान करने की अपील की।
उन्होंने कहा- मैंने सभी के साथ पवित्र डुबकी लगाई है, चाहे वह देशवासी हों, विदेशी हों, बागेश्वर धाम के लोग हों। महाकुंभ में हर व्यक्ति को आना चाहिए। जो नहीं आएगा वह पछताएगा और देशद्रोही कहलाएगा।
इलाहाबाद से कई ऐसे कई विडियोज और तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा कितना गहरा है. 28-29 जनवरी की दरमियानी रात जब मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भगदड़ मची तो कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. भगदड़ के बाद का मंजर भयावह था. कुछ लोग रोते-बिलखते अपनों की तलाश करते रहे, तो कुछ अपनों के शव का हाथ थामे रहे कि कहीं बॉडी न खो जाए. केंद्रीय अस्पताल में हर तरफ खून से लथपथ लोग और लाशें ही लाशें थीं.
2500 लोगों को बांटे कंबल
मुस्लिम समुदाय ने स्पेशल लंगर लगाकर हिंदू श्रद्धालुओं को खाना खिलाया. जिन्हें दवा की जरूरत थी उन्हें वो भी मुहैया करवाई. एक न्यूज पेपर के मुताबिक, मुसलमान भाइयों ने 2500 लोगों को कंबल भी बांटे ताकि ठंड में हिंदू श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो. यही नहीं, हिंदू श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन और बस स्टंड तक भी छोड़ा ताकि वो सही सलामत घर तक पहुंच सकें. मुसलमान भाई अभी भी हिंदू श्रद्धालुओं की मदद में दिन रात लगे हुए हैं. कुछ मुसलमान भाइयों का कहना है कि जब तक महाकुंभ चलेगा हम हिंदू श्रद्धालओं की मदद करते रहेंगे.
महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ आज पहली बार प्रयागराज पहुंचे हैं. सीएम योगी ने इस दौरान सबसे पहले मेला क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसके बाद वो घटना स्थल पर पहुंचे जहां मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ हुई जिसमें 30 लोगों की जान चली गई थी. सीएम योगी ने इस दौरान तमाम अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. Yogi Adityanath ने Mahakumbh में भगदड़ वाली जगह देखी, फिर किसे घेर लिया?
जहां एक तरफ जायज़ा लिया तो इस बात को लेकर सीएम ने किसको घेरा है देखिये इसे ।