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देश को नशामुक्त बनाने के अभियान में अहम रोल निभा रहे ईमानदार अफ़सर समीर वानखेड़े को मिला एक और सम्मान

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मुम्बई : ये बात किसी से छिपी नहीं है कि देश भर में ड्रग्स माफ़िया सालों से बेखौफ़ होकर अपने नशे के कारोबार को बढ़ाने‌ में लगा हुआ है. इतना ही नहीं, कुछ साल पहले तक नशे की लत से युवा पीढ़ी को बर्बादी की कगार पर लाकर मोटा मुनाफ़ा कमाने‌ के फेर में रहने वाले नशे के ये सौदागर धडल्ले से अपने काम‌ को अंजाम देते आ रहे थे और उनके‌ मन किसी का कोई ख़ौफ़ भी नहीं था. लेकिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एक बेहद ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के तौर पर अपनी पहचान रखनेवाले समीर वानखेड़े ने ड्रग माफ़िया की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
आज भी नशे के तमाम सौदागर समीर वानखेड़े से इस क़दर डर है कि उनके कार्यकाल में इनमें से  कइयों ने तो अपने‌ कारोबार करने का तरीका बदल दिया है और इनमें से कई अपना बोरिया-बिस्तर समेटने के लिए मजबूर हो गये हैं. उनके‌ इसी योगदान को देखते हुए मौजूदा आईआरएस (अतिरिक्त सचिव) अधिकारी समीर वानखेड़े को गुरुवार को एक बार फिर‌ से उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया.
ड्रग्स कार्टेल पर लगाम लगाने के  के लिए किये गये उल्लेखनीय कार्यों और प्रयासों के लिए हाल ही में समीर वानखेड़े को ‘अभियान कौशल का- नशामुक्त समाज आंदोलन’ के लॉन्च के मौके पर विशेष तौर पर सम्मानित किया गया. समीर वानखेड़े को यह सम्मान केंद्रीय राज्यमंत्री माननीय कौशल कुमार जी के हाथों दिया गया. इस विशेष मौके पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से और भी कई गणमान्य हस्तियां‌ इस सामारोह में विशेष तौर पर मौजूद थीं.
बड़े ही विनम्र तरीके से इस सम्मान को स्वीकार करने के बाद समीर वानखेड़े ने प्रतिष्ठित मंच से अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “मैं आदरणीय श्री कौशल कुमार जी को इस अभियान की‌ शुरुआत करने के लिए शुभकामनाएं देता हूं और मुझे इस बेहद महत्वपूर्ण अभियान‌‌ का हिस्सा बनाने‌ के लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं.”
समीर वानखेड़े ने आगे कहा, “मैं एक लम्बे अर्से से एक ऐसे क्षेत्र से जुड़ा रहा हूं जिसके ज़रिए मैं भारत को नशामुक्त करने के अभियान में शामिल रहा और भारत को एक ‘स्वच्छ’ देश के तौर पर देखने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करता रहा हूं. यह मेरा ही नहीं, बल्कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह का भी सपना रहा है कि वो भारत को नशामुक्त बना पाएं. मैं इस सपने को साकार करने के‌ लिए पूरी लगन और मेहनत के साथ काम रहता रहूंगा, तब तक जब तक कि हम इस‌ मक़सद में पूरी‌ तरह से कामयाब नहीं हो जाते हैं.”
इस अनूठे‌ अभियान के मंच से समीर वानखड़े ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा, “मैं देश के तमाम लोगों से अपील करता हूं कि वो ऐसे किसी भी शख़्स को अपना आदर्श ना मानें जो ड्रग्स का‌ सेवन‌ करते हों. लोग ऐसे लोगों को अपना रोल मॉडल बनाएं जो देश और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने‌‌ की कोशिश करते हों.”
समीर वानखेड़े ने इस ख़ास मौके पर कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश को पूरी तरह से नशामुक्त करने के इस महायज्ञ में पहले की तरह ही अपनी ओर से आहुति देते रहेंगे और देश को ड्रग्स से जाल से छुटकारा दिलाने‌ के लिए हरसंभव प्रयत्न करते रहेंगे.
उन्होंने देश के‌ नौजवानों से अपील करते हुए अंत में कहा, “मैं आज के युवाओं को संदेश देना चाहता हूं‌ कि वे सेना में भर्ती होकर कम से कम 2-3 साल तक अपनी सेवाएं दें जिसके ज़रिए वे राष्ट्रहित में काम करते हुए देश को गौरवान्वित महसूस करा सकें.”
देश‌ के नशामुक्ति के अभियान को लेकर समीर वानखेड़े की  प्रतिबद्धता और देश के नौजवानों  को प्रेरित करते हुए सामाजिक बदलाव लाने उनकी सोच वाकई क़ाबिल-ए-तारीफ़ है और उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए उनके लिए हर पुरस्कार छोटा है!
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