
बड़े-बड़े दावे कर बसा लेते हैं मरीज को अपने जाल में करते हैं इलाज काहे का इलाज काहे की दवा सब राम भरोसे जब मरीज की हालत सीरियस होती है तो खड़े कर देते हैं हाथ आखिर क्यों नहीं होती इन झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई
मोहम्मदी-खीरी ; से लगे ग्राम दिलावरपुर में दवाखाना चला रहे एक झोलाछाप डाक्टर के गलत उपचार से ग्राम शिवनगरा में इंजेक्शन लगते ही मृत्यु हो गयी। ग्रामीण की मौत होते ही झोलाछाप डाक्टर फरार हो गया ग्राम शिवनगरा निवासी शिव कुमार उर्फ पप्पू पुत्र बुद्धालाल आयु 40 वर्ष खेत से आया तो उसके हाथो पैरो में दर्द हो रहा था। ग्राम दिलावरपुर में दुकान खोले ग्राम बौआ निवासी डाक्टर दीपू यादव उर्फ सौरभ शिवनगरा में किसी मरीज को दवा देने गये थे वही ये डाक्टर साहब पप्पू के यहां पहुंच गये और इंजेक्शन लगा उपचार शुरू किया। बताते है कि इंजेक्शन लगते ही पप्पू की हालत बिगड़ गयी तो डाक्टर ने दूसरा इंजेक्शन लगाया। लेकिन पप्पू की हालत बिगड़ती गयी।
डाक्टर ने उसे नगर के एक ह्रदय चिकित्सक के यहां ले जाने को कहा स्वयं भी साथ में चलने को कहा मोहम्मदी लाया गया तब तक उसकी मौत हो गयी। इस बीच डाक्टर फरार हो गया। पप्पू को परिवार जन सरकारी अस्पताल लाये यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस को सूचना दी गयी। नगर में एक नर्सिग होम में जच्चा-बच्चा की मौत का मामला अभी शान्त भी नहीं हुआ था कि ये दूसरी झोलाछाप के इलाज से मौत हो गयी। पुलिस तफतीश मे लगी है। समाचार प्रेषण तक मृतक के परिवार जनो की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गयी थी।