ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन ने युवाओं को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने के लिए की ‘मोबाइल यूथ लाइब्रेरी एंड साइंस लैब’ की शुरुआत
❖ ग्रामीण भारत में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और 60 स्कूलों में 16,000 छात्रों के सपनों को साकार करने की पहल
❖ 500 किताबों और 100 वैज्ञानिक प्रयोगों वाली लाइब्रेरी व लैब की मिलेगी सुविधा
❖ जानकारीपरक शिक्षा एवं पाठ्यक्रम से इतर कार्यक्रमों के लिए आसपास के समुदायों के साथ मिलकर बढ़ाएंगे कदम
लखनऊ: ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की सामाजिक कार्यों की इकाई ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) ने आज अपने गुरुग्राम स्थित मुख्यालय से 5 ‘मोबाइल यूथ लाइब्रेरी एंड साइंस लैब’ को हरी झंडी दिखाई। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच की दिशा में यह एक नई पहल है। 5 अगस्त को लखनऊ पहुंचकर वहां से इन वैन को गाजीपुर, गोंडा, ललितपुर, शामली और शहजहांपुर जिलों में जाना है। इन जिलों में ये वैन 60 स्कूलों में करीब 16,000 बच्चों तक पहुंचेंगी।
इस मौके पर ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ श्री उनसू किम ने कहा, ‘युवा हमारे देश के भविष्य हैं और हम ग्रामीण युवाओं के समक्ष गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी को लेकर जागरूक हैं। युवा केंद्रित और सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी के रूप में ह्यूंडई शिक्षा के माध्यम से बच्चों को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रोग्राम का लक्ष्य पाठ्यक्रम से इतर सूचना एवं ज्ञान के अन्य संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित करते हुए बच्चों के मानसिक विकास एवं उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देना है। हमें भरोसा है कि इस कार्यक्रम से ग्रामीण शिक्षा में सुधार में मदद मिलेगी और इससे शिक्षा तक पहुंच बढ़ेगी, जो हमारे ग्लोबल विजन प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी के ही अनुरूप है।’
इन वाहनों में 500 किताबें, 100 वैज्ञानिक प्रयोग, एक इंस्ट्रक्टर और दो लाइब्रेरियर रहेंगे, जो रीडिंग सेशन के माध्यम से स्कूल के बच्चों से जुड़ेंगे और कक्षा 6 से 9 तक के लिए उपयुक्त वैज्ञानिक प्रयोग कराएंगे। विज्ञान के ये प्रयोग भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान तीनों से संबंधित होंगे। इनके अतिरिक्त स्कूल के अध्यापकों को भी इन प्रयोगों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वैन के न रहने पर भी इन प्रयोगों को कर सकें। पढ़ाई का अच्छा माहौल बनाने के लिए एक यंग इंस्ट्रक्टर प्रोग्राम, साइंस फेयर भी आयोजित करेंगे, जिसके तहत अनूठी और रोचक गतिविधियां की जाएंगे। समर कैंप आदि का भी आयोजन किया जाएगा। स्कूल के समय में वैन वहां रहेगी, जबकि शाम के समय कम्युनिटी सेंटर में उन बच्चों एवं वयस्कों से जुड़ेंगे, जिन्हें पढ़ने में रुचि है, लेकिन उनके पास कोई माध्यम नहीं है।
धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से इस पहल को राज्य एवं देश के अन्य क्षेत्रों में भी विस्तारित किया जाएगा। ह्यूंडई की इस पहल से छात्रों को आनंददायक और इंटरैक्टिव अनुभव मिलेगा, साथ ही वंचित वर्ग के बच्चों और शिक्षकों के बीच शिक्षा के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ेगी।
एचएमआईएफ के बारे में
ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) का गठन वर्ष 2006 में समाज को कुछ देने (गिविंग बैक) और सामुदायिक विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शैक्षिक व व्यावसायिक प्रशिक्षण, पर्यावरण, सड़क सुरक्षा, कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्रों में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों को शुरू करने के उद्देश्य से किया गया था। ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन वंचितों की देखभाल के लिए काम करता है और देश में सतत विकास को प्रोत्साहित करने और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए ह्यूंडई मोटर इंडिया के तत्वावधान में कई कल्याणकारी परियोजनाएं शुरू की हैं।
ग्लोबल फिलॉसफी ‘प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी’ के तहत ह्यूंडई कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं को शुरू करने में सबसे आगे रही है। इनमें ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए स्पर्श संजीवनी, भारत के युवाओं को रोजगार के लिए सशक्त करने के लिए – सक्षम, सड़क सुरक्षा अभियान #BeTheBetterGuy, आर्ट फॉर होप, एच-सोशल क्रिएटर, कोरोना काल में केंद्र व राज्य सरकारों को समर्थन, ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना, वेंटिलेटर उत्पादन, मास्क वितरण, कोरोना वारियर्स के बच्चों को टेबलेट वितरण के जरिये शिक्षा का विकल्प देना, स्कूलों का नवीनीकरण, राष्ट्रीय स्तर पर व कारखानों के आसपास कोरोना काल के दौरान वंचितों को जरूरी वस्तुओं का वितरण आदि शामिल हैं।