New Ad

नफरतों की आग को सरहद नहीं थाम सकती तो मुहब्बत के सैलाब को भी नहीं -सैय्यद अशरफ 

0 31
(लखनऊ) नई दिल्ली ऑल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने पंजाब में एक कार्यक्रम के दौरान हुए एक हादसे पर बात करते हुए साफ कहा कि हमारा मिशन मुहब्बत है हमारा नारा गरीब नवाज़ का नारा है मुहब्बत सबके लिए ,नफरत किसी से नहीं लेकिन मुल्क की फिज़ा में ज़हर घोलने वालों से हमारा कोई ताल्लुक नहीं ,हम किसी इंसान से नफरत नहीं करते बल्कि उसकी बुराइयों से हमारी जंग है ताकि उसे बेहतर इंसान बनाया जा सके और हम अपना काम अंजाम दे रहे हैं , नफरत की आग को सरहद नहीं थाम सकती तो हमारा जवाब है कि मुहब्बत के सैलाब को भी नहीं थामा जा सकता।
उन्होंने कहा कि हमारा इस पूरे मामले पर सीधा जवाब है कि हम मुहब्बतों के फूल लेकर पूरे मुल्क में घूम रहे हैं सबको गले लगाना हमारा मिशन है अब इस मिशन से जिसे परेशानी होगी यकीनन उसका मुहब्बत में यकीन नहीं है और जिसका मुहब्बत में यकीन न हो उसके बारे में फैसला करना आसान है , यह वक्त यकीनन सख्त है मुल्क को कट्टर सोच से चाहे वह कहीं भी किसी भी धर्म में हो उससे खतरा है क्योंकि आग किसी भी रूप में खतरनाक होती है उसपर पानी डालना जरूरी होता है वरना नुकसान बड़ा होता है ।
सरहद पार से हमेशा देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश होती रहती है यह कोई नई बात नही है इसपर सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना रहना चाहिए और ऐसी गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए क्योंकि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता ,हम सब की सांझा जिम्मेदारी है अपने प्यारे मुल्क को हर तरह की परेशानी से बचा कर रखने की इसके लिए सभी अमन पसंद लोगों की एक साथ आकर एकजुटता से काम करना चाहिए ,सूफियों का संदेश प्रेम है और उसकी मशाल लेकर हम हर जगह घूम रहे हैं लिहाज़ा नफरत के सौदागरों को ज़रूर इससे परेशानी होनी है लेकिन इससे हम अपना काम छोड़ दें अगर किसी का ऐसा मंसूबा है तो उसे गलतफहमी हुई है ,नफरत को किसी भी कीमत पर फैलने से रोकने का संकल्प हम नहीं छोड़ सकते बस देश की जिम्मेदार सुरक्षा एजेंसियों को अधिक सावधानी से काम लेते हुए कार्य करना चाहिए ताकि मुल्क सुरक्षित रहे।
Leave A Reply

Your email address will not be published.