झांसी : हाल ही में झांसी-ललितपुर सांसद, वे विधायकों सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति के बीच इलेक्ट्रिक बसों का संचालन नगर में शुरू किया गया है। खबर है कि ऐसी 25 बसे़ विभिन्न रूटों पर चलनी है। इनमें से बसें मिल चुकीं हैं और 5 रूटों पर दौड़ना शुरू भी कर चुकीं हैं। यात्रियों को लकदक और सुविधाओं से भरपूर इन बसों का सफर भी भा रहा है
लेकिन बसों के किराए यात्रियों को डरा रहे हैं। 5 रु किमी से शुरू इन बसों का किराया 75 रुपये तक है जिसे चुकाना बुंदेलखंड की गरीब जनता के बस की बात नहीं दिख रही है। बबीना से झाँसी बाया चिरगाँव शुरू हुई इलेक्ट्रिक बस सेवा में सफर कर रहे यात्री इन बसों को सरकार द्वारा यात्रियों के लिए नए वर्ष की अच्छी सौगात बता रहे हैं लेकिन किराए कम करने की भी गुहार लगा रहे हैं।
बबीना से चिरगांव तक फिलहाल बस से सफर करने वालों को 65 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। यात्री कहते हैं कि बस की अच्छी विशेषता ये है कि ये बस पूरी तरह बंद है। इलेक्ट्रिक होने की बजह से बिल्कुल शांत है, यात्रियों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह भी है, सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे और स्पीड का भी ध्यान रखा गया है।
बस स्टाफ पूरी तरह सहयोगी भी है। बस कंडक्टर शशिकान्त गौतम कहते हैं कि भविष्य में सेवा और भी बेहतर होगी। लेकिन रोजाना सफ़र करने वाले स्टूडेंट्स, मजदूर वर्ग के लोगों ने बबीना से झाँसी का किराया आम बस और टैक्सी से महंगा बताया। ये बोले यात्री बस का सफर अच्छा है और सुविधा व सुरक्षा की दृष्टि से भी अच्छा है। किराया बुंदेलखंड के लोगों की आर्थिक दशा देखते हुए घटाना चाहिए।