फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिशें जारी
कानपुर देहात : रसूलाबाद के कहिंजरी चौकी क्षेत्र में दंपती के आपसी विवाद को सुलझाने गई टीम पर हमले की घटना का पुलिस कर्मियों को कतई अंदाजा नहीं था। शायद यही वजह रही कि चौकी इंजार्ज ने थाने से पुलिस फोर्स बुलाना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि हमले की घटना को पुलिस अफसरों ने गंभीरता से लेकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है और 13 नामजद लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
छत से महिलाओं ने पुलिस पर चलाए ईंट पत्थर
रसूलाबाद में पति.पत्नी का विवाद चल रहा है,जिसका मुकदमा भी है। इसी मुकदमे में समझौते की तीन चार दिन से बात चल रही थी। चौकी से पुलिस जब शाह बेगम को लेकर चली तो सबकुछ सामान्य जैसा ही था। उसके घर पहुंचने के बाद भी सब कुछ ठीक था, लेकिन पूछताछ के दौरान महिला का जेठ आक्रोशित हो गया। चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल सिंह ने उसे रोकने का प्रयास किया तो घर के अंदर से महिलाएं हमलावर हो गईं। किसी तरह चौकी इंचार्ज और सिपाही बाहर आए तो छत से भी महिलाओं ने ईंट पत्थर चलाने शुरू कर दिए। चौकी इंचार्ज के जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गए। इसके बाद हमलावर भाग निकले।
शाह बेगम के मुताबिक दो दिन पहले महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर के सामने ससुर रफीक ने कहा था कि वह समझौता व उसे रखने के लिए तैयार है लेकिन पहले जो इसने मुकदमा दर्ज कराया है उसे वापस लें। यही बात आगे भी पुलिस के सामने हुई थी। पुलिस भी मामले में समझौते की बात चलने से पूरी तरह से आश्वस्त थी कि कहीं ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। इसी आत्मविश्वास में धोखा हो गया और हमला किया गया।
एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने बताया घायल दारोगा और हेड कांस्टेबल का कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। हेड कांस्टेबल की हालत स्थिर है लेकिन दारोगा को आइसीयू में भर्ती किया गया है। उधर, कानपुर देहात पुलिस ने चार हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपितों को पकडऩे के लिए कानपुर देहात के एसपी ने चार टीमें बनाई हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। रासुका भी लगाई जाएगी।