उरई रामपुरा थाना पुलिस ने जगम्मनपुर बाजार में आवारा जैसे घूमने वाले संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर आर्यावर्त बैंक शाखा जगम्मनपुर में लोगों की निगहवानी की ।रामपुरा थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह बैस ने जगम्मनपुर में स्थित आर्यावर्त बैंक पर पहुंचकर संदिग्ध लोगों के आधार कार्ड चेक कर बैंक में आने के कारणों को जाना एवं बैंक के बाहर खड़ी बेतरतीब मोटरसाइकिलों के हैंडल लॉक लगे होने का निरीक्षण किया , जिन लोगों की मोटरसाइकिल के हैंडल लॉक नहीं थे उनके चालकों को हिदायत दी कि भविष्य में बगैर लॉक किए मोटरसाइकिल खड़ी न करें । बैंक के अंदर बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा का निरीक्षण कर बैंक शाखा प्रबंधक से उपभोक्ताओं की सुरक्षा हेतु बैंक में बेतरतीब भीड़ न जुटने देने के उपायों पर चर्चा की । थानाध्यक्ष ने बाजार में भी सड़क के दोनों ओर खडी अनलॉक मोटरसाइकिल के चालकों को ट्राफिक नियमों की जानकारी देकर बगैर हैलमेट के मोटरसाइकिल न चलाने की हिदायत दी।
जिलाधिकारी चाँदनी सिंह की अध्यक्षता में ग्राम पियानिरंजनपुर में कृषि उत्पादन संगठन पीएफओ के कृषकों के साथ गोष्ठी की गई। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि एफपीओ का गठन किया गया है किसान अधिक से अधिक संगठन से जुड़ कर लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि किसान अब सीधे एफपीओ के माध्यम से अपनी फसल विक्रय कर सकेंगे शासन की मंशा है कि किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए बिचौलियों से बचें ताकि अधिक से अधिक किसानों को मुनाफा हो सके। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से बड़ी-बड़ी कंपनियां मटर की खरीद किसानों से करेगी जिससे किसानों को बिचौलियों से भी बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियों से एग्रीमेंट किया गया है आपके भुगतान में भी किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी इसके लिए मैं सभी को आश्वासन देती हूं। उन्होंने कहा कि किसानों का उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कृषि उत्पादक संगठन का मूल उद्देश्य किसानों की आय बढ़ा कर समृद्ध बनाना व उनको तकनीकि व मार्केट आदि की जानकारी शुलभ ढंग से उपलब्ध कराना भी है। उन्होंने कहा कि जनपद के किसान मटर की फसल अधिक करते हैं इसको देखते हुए किसानों को उनकी फसल को उचित मूल्य मिल सके इसके लिए यह एक पहल की गई। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किसानों की मटर के भुगतान को लेकर धोखाधड़ी की और पैसा डूब गया। इस बार ऐसा नहीं होगा इसके लिए एफपीओ ने कार्य योजना तैयार की है उसमें कंपनियों के साथ कई शर्ते रखी गई जिसमें किसानों को 24 घंटे के अंदर में भुगतान किया जाएगा इसकी गारंटी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किसानों को अपनी मटर की फसल को बैचने के लिए घटतोली एक कुंटल मटर पर अधिक कटौती की गई थी इसी समस्याओं को हल करने के लिए यहां पर एफपीओ सर्जित किए गए। इसका उद्देश्य है कि एफपीओ से जुड़े किसान अपनी मटर की फसल विक्रय कर सकेंगे किसान को किसी प्रकार की घटतौली व अनाधिकृत कटौती से बचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से फसल विक्रय की जाती है तो किसानों को 2 हेक्टेयर जमीन पर 15 हजार का मुनाफा होगा इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, डीडी नाबार्ड, उप कृषि निदेशक एसके उत्तम, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव, आईटीसी से प्रत्यय कुमार, भू क्रांति फार्मर प्रोड्यूसर के एमडी सतीश चंद्र आदि अधिकारी सहित किसान मौजूद रहे।