लखनऊ : कोरोना में लॉकडाउन के चलते अमूमन लोगों को रोजगार जाने और आर्थिक तंगी की समस्या का शिकार होना पड़ा है। इस सब के बीच आत्महत्या जैसे मामले भी बढ़ रहे है। इसी कड़ी में लखनऊ के अमीनाबाद में लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक तंगी से परेशान होकर पटरी दुकानदार ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को जिला अस्पताल ले गई, लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि, मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस अफसरों ने फॉरेंसिक टीम की मदद से मामले की जांच कर रही है
बताया जा रहा है कि जीतू नामक पटरी दुकानदार आर्थिक तंगी को लेकर हताश-निराश थे। मृतक की माता ने बताया कि अमीनाबाद में दबंगों का बोलबाला है। उसका बेटा बदमाशों के चलते कई महीनों से दुकान नहीं लगा पा रहा था। बेरोजगारी को लेकर कई महीनों से परेशान चल रह था। गुरुवार शाम उसने जहर खा ली। हालत बिगड़ने पर लोगों ने आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पटरी दुकानदार की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना पर अस्पताल पहुंची अमीनाबाद पुलिस ने शव को कब्जे में कर उसका पोस्टमार्टम कराया है
वहीं पटरी दुकानदार के अध्यक्ष ने बताया कि लॉकडाउन के चलते पटरी दुकानदारों की हालत खस्ता चल रहा है। लॉकडाउन के दौरान उनकी कमाई नहीं हो पाई है, ना ही कोई अन्य स्त्रोत है। उधर पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है, कि उसने बेटे के सिवा परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है। इसलिए सरकार हमारी आर्थिक मदद करे। फिलहाल पटरी दुकानदार की मौत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है