कुर्सी के लिए सपा बसपा का हो सकता है गठबंधन
कानपुर : चित्रकूट में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब लोगों की निगाहें जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के पदों पर हैं। जिला पंचायत के 17 वार्डों में सर्वाधिक सीटें बसपा समर्थित प्रत्याशियों के पास हैं। बसपा नेताओं का मानना है कि 2 निर्दलीय हैं वह भी बसपा का साथ देने का मन बना रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो जिला पंचायत में बसपा का अध्यक्ष होगा। इनमें मीरा भारती सरैंयां वार्ड, संगीता वर्मा रैपुरा वार्ड और प्रेमचन्द्र वर्मा उर्फ खिचरूवा ओरा वार्ड से प्रबल दावेदार के रूप में चर्चा में हैं। उधर, सपा-बसपा के नेताओं की गुप्त बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर हुई है।
जिसमें समीकरण बैठाये जा रहे हैं । सपा के पास 5 और बसपा के पास 6 सदस्य हैं और दो निर्दलीय है, इस प्रकार कुल मिलाकर 13 सदस्य हो जाते हैं। इस समीकरण से अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। भाजपा के पास सिर्फ 4 सदस्य ही हैं। इनमें अशोक जाटव अनुसूचित जाति से पहाड़ी वार्ड के सदस्य के रूप में विजयी हुए हैं। पार्टी उन्हें अध्यक्ष पद के लिये प्रत्याशी घोषित कर सकती है। पर पार्टी के पास बहुमत नहीं है। लेकिन यह बात तय है कि यदि सपा-बसपा का मजबूत गठबंधन हो गया तो भाजपा की डगर काफी कठिन होगी। भाजपा नेताओं की मानें तो हर हाल में अध्यक्ष पद भाजपा के ही पास रहेगा। कई बागी व अन्य दलों के समर्थित जीते सदस्य उनके संपर्क में हैं। जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खरे इस बात को पहले भी कह चुके हैं कि चाहे जैसे हो भाजपा किसी सूरत में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अपने हाथ से नहीं जाने देगी।
कानपुर के विभिन्न घाटों पर अंत्येष्टि के लिए सबसे कम शव पहुंचे
कानपुर : कोरोना काल में करीब एक महीने बाद गुरुवार को कानपुर के विभिन्न घाटों पर अंत्येष्टि के लिए सबसे कम शव पहुंचे। 297 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। यह आंकड़ा पहली बार 300 से नीचे आया। वहीं, नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को रात 9 बजे तक भैरव घाट विद्युत शवदाह गृह में कोरोना संक्रमितों सहित 57 शव पहुंचे। इनमें से 13 का बिजली से अंतिम संस्कार किया गया, 44 अन्य का लकड़ियों से अंतिम संस्कार हुआ।
कानपुर के प्रमुख कब्रिस्तानों में गुरुवार को पहली बार सबसे कम 12 जनाजों को दफन किया गया। दक्षिण शहर के सबसे बड़े बगाही कब्रिस्तान में कोरोना की दूसरी लहर में यह पिछले करीब एक महीने में पहला मौका था, जब गुरुवार को कोई भी जनाजा नहीं दफन हुआ। यहां पर न सिर्फ बाबूपुरवा, बेगमपुरवा, अजीतगंज, किदवई नगर के मुस्लिम समाज के जनाजे दफन होते हैं बल्कि कैंट के मीरपुर, फेथफुलगंज, चंदारी, सुजातगंज, रेल बाजार जैसी मुस्लिम आबादी के जनाजों की तदफीन भी होती है।
कानपुर में गुरुवार को 746 नए कोरोना संक्रमित मिले। 7,426 सैंपलों की जांच
कानपुर : में गुरुवार को 746 नए कोरोना संक्रमित मिले। 7,426 सैंपलों की जांच रिपोर्ट में यह आंकड़ा सामने आया है। वहीं, इसके दुगने 1525 लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोनासंक्रमित 82 रोगी अस्पतालों में ठीक हुए हैं और 1443 रोगियों ने होम आइसोलेशन में कोरोना से जंग जीती है। अब तक कोरोना से 63 हजार 703 रोगी ठीक हुए हैं। नगर में कुल संक्रमितों की संख्या 77 हजार 200 है। कोरोना से हो रहीं मौतों को आंकड़ेबाजी के खेल में कम दिखाने की कोशिश लगातार जारी है। गुरुवार को शहर में 28 मौतें दर्ज की गईं, जिसमें से 12 मौतें 24 घंटे के अंदर की हैं, जबकि 16 मौतें 24 घंटे से पहले की हैं। इन मरीजों की मौतें कब हुईं इसका पता नहीं है।
कोरोना से तीन रोगियों की मौत हैलट, दो की कुलवंती, दो रोगियों की मेडिहेल्प हॉस्पिटल, एक की न्यू लीलामणी हॉस्पिटल, एक रोगी की अपोलो, दो रोगी की फॉर्चून, एक रोगी की प्रिया, एक रोगी की रामा मेडिकल कालेज, दो रोगी की द्विवेदी हॉस्पिटल, एक रोगी की जीटीबी हॉस्पिटल, दो रोगी की केएमसी, एक रोगी की एसआईएस हॉस्पिटल, एक रोगी की नारायणा मेडिकल कालेज, एक रोगी की एसपीएम हॉस्पिटल, शहर के एक रोगी की केजीएमयू लखनऊ, छह रोगियों की कृष्णा मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में हुई है। नगर में अब तक कुल 1391 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र
कानपुर : से भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखकर जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर पहले से ही तैयारी करने के निर्देश देने का आग्रह किया है। सांसद ने कानपुर में कोविड-19 के मरीजों को ठीक से इलाज न मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि रोगियों को समय से उपचार नहीं मिल पा रहा है और वह अपने घर, एंबुलेंस या अस्पतालों के बाहर दम तोड़ रहे हैं। कहा कि कोविड-19 महामारी की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में ज्यादा लोगों की मौत हो रही है।
पचौरी ने पत्र में कहा कि देश तथा विदेश के अनेक विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि भारत में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आ सकती है जो अपेक्षाकृत सबसे घातक होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले से ही इसकी तैयारी करनी चाहिए।मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन, दवाओं तथा टीकाकरण की समुचित व्यवस्था करनी होगी ताकि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर में लोगों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े। सांसद ने उपमुख्यमंत्री से गुजारिश की है कि वह अधिकारियों के साथ बैठक कर तीसरी लहर से पहले इससे निपटने के पुख्ता इंतजाम करें।
कोरोना ने आधा कर दिया ऑनलाइन फूड कारोबार
कानपुर: कोरोना संकट के चलते लोगों ने कानपुर में ऑनलाइन फूड मंगाना कम कर दिया है। इसका व्यापार पर खासा प्रभाव पड़ा है। कुछ दिनों पहले तक शहर में प्रतिदिन 10 से 15 लाख का कारोबार होटल, रेस्टोरेंट संचालकों को मिल रहा था, अब यह पांच लाख तक में सिमट गया है। मौजूदा समय में मांग मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ही है। रमजान खत्म होने के बाद इसमें भी कमी आने की आशंका है।शहर में तीन सौ छोटे-बड़े होटल हैं, जबकि शहर केअलगअलग हिस्सों में पांच सौ से ज्यादा छोटे-बड़े रेस्टोरेंट हैं। आर्य नगर, गोविंद नगर, बेकनगंज, चमनगंज, सिविल लाइंस, मालरोड, शिवाला, गोशाला हमीरपुर रोड, चावला मार्केट, मरियमपुर चौराहा के आसपास, पांडु नगर, नीरक्षीर चौराहा, कल्याणपुर क्षेत्र में इनकी सबसे अधिक संख्या है।
मौजूदा समय में संचालक रात 10 बजे तक आर्डर ले रहे हैं और 11 बजे तक डिलीवरी कर रहे हैं। होटल, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट एंड स्वीट्स एसोसिएशन के महामंत्री और रेस्टोरेंट संचालक राजकुमार भगतानी ने बताया कि इस समय अधिकतक होटल-रेस्टोरेंट के किचन बंद हैं। बड़े रेटिंग वाले होटल-रेस्टोरेंट को ही आर्डर मिल रहे हैं। कोरोना का प्रभाव तेजी से कारोबार पर पड़ा है। पहले औसतन प्रतिदिन 10 हजार आर्डर होते थे, अब इनकी संख्या दो से तीन हजार ही रह गई है। प्रतिदिन करीब 10 से 15 लाख का कारोबार मिल जाता था, अब पांच लाख का भी कारोबार नहीं मिल पा रहा है। जायका रेस्टोरेंट के संचालक मुअज्जम ने बताया कि रमजान के चलते मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ही मौजूदा समय में मांग अधिक है। शाम के समय में ज्यादा आर्डर आते हैं, लेकिन कोरोना का प्रभाव कारोबार पर तेजी से पड़ा है।