कोरोना को तो हराया पर डायबिटीज ने छकाया
कानपुर : कोरोना से ठीक होने के बाद रोगियों को डायबिटीज हो रही है। जिन लोगों को संक्रमण से पहले कभी हाई ब्लड शुगर नहीं रही। अब हालात यह हैं कि बिना इंसुलिन उनका काम नहीं चल पा रहा है। इनमें बड़ी उम्र के लोग तो हैं ही, 25 और 30 साल के युवा भी डायबिटिक हो गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण ने पैंक्रियाज की बीटा सेल नष्ट कर दी है। इससे ब्लड शुगर बढ़ गई है। साथ ही स्टेरॉयड लेने और संक्रमण के कारण बढ़े हारमोंस ने भी ब्लड शुगर बढ़ाई है। पोस्ट कोविड रोगियों का इलाज कर रहे विशेषज्ञों के यहां सैंपल सर्वे में यह बात सामने आई है। खासतौर पर अस्पताल में भर्ती होकर ठीक होने वाले 80 फीसदी रोगी हाई ब्लड शुगर की परेशानी झेल रहे हैं। कुछ का तो टैबलेट से काम चल जा रहा है, लेकिन ज्यादातर को इंसुलिन लेनी पड़ रही है।
पनकी के रहने वाले 25 साल के एक फार्मासिस्ट को कोरोना संक्रमण के बाद हैलट में भर्ती किया गया। उनकी तबीयत ठीक हो गई, लेकिन ब्लड शुगर लेवल बहुत हाई हो गया। बाद में जांच कराई और विशेषज्ञ के यहां दवा ली। इसके बाद भी शुगर कंट्रोल नहीं हुई। अब उन्हें बराबर इंसुलिन लेनी पड़ रही है। संक्रमण से उनके पैंक्रियाज की बीटा सेल डैमेज हो गई है। स्वरूपनगर के रहनेे वाले 45 साल के व्यक्ति का कोरोना संक्रमण के बाद लगातार ब्लड शुगर लेवल हाई बना हुआ है। रोगी का इलाज एक निजी कोविड अस्पताल में हुआ था। इलाज के दौरान उन्हें हाई लेवल स्टेरॉयड दिया गया। इसके पहले उन्हें हाई ब्लड शुगर नहीं थी। अब उन्हें डायबेेटोलॉजिस्ट ने इंसुलिन पर रखा है।
ब्लड शुगर बढ़ने के चार मुख्य कारण
कोरोना संक्रमण से एडरीनलीन, नॉर एडरीनलीन आदि केमिकल का रिसाव बढ़ गया। इससे ब्लड शुगर बढ़ी और प्रीडायबिटिक स्थिति के लोग डायबिटिक में आ गए।कोरोना वायरस के संक्रमण ने पैंक्रियाज की बीटा कोशिकाओं को नष्ट कर दिया। इन्हीं कोशिकाओं में इंसुलिन बनती है। बीटा कोशिकाएं नष्ट होने से डायबिटीज हो गई। स्टेरॉयड के अंधाधुंध इस्तेमाल से ब्लड शुगर बढ़ हो जाती है। स्टेरॉयड बंद होने के बाद भी बहुतों में दिक्कत बनी रहती है।बहुत से लोगों को हल्की हाई ब्लड शुगर रहती है, पता नहीं रहता है। संक्रमण के बाद लेवल अधिक हो जाता है, जो जांच से पता चलता है।
ट्रक से कुचलकर क्लीनर की दर्दनाक मौत
उन्नाव :जिले में अजगैन थाना क्षेत्र के चमरौली तिराहे के पास ट्रक ने पहले सड़क किनारे खड़ी वैन को टक्कर मारी फिर दूसरे ट्रक में चढ़ रहे क्लीनर को चपेट में ले लिया। हादसे में क्लीनर फतेहपुर जनपद के खखरेरू थाना क्षेत्र के कई पुरवा गांव निवासी 27 वर्षीय जावेद अली पुत्र साबिर अली की मौत हो गई। वहीं वैन सवार अचलगंज के वसैना गांव निवासी रोहित कुशवाहा (27), सील कुमार (50), अनिल कुमार (48) व दिनेश कुमार उर्फ बच्चा दीक्षित (25) घायल हो गए। सभी को पुलिस में सीएचसी नवाबगंज पहुंचाया। जहां से चारों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वैन सवार घायल नवाबगंज से बरात में शामिल होकर घर लौट रहे थे। वहीं ट्रक चालक हादसे के बाद भाग निकला।
जय बाजपेई की मुसीबत और बढ़ी
कानपुर : विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई और उसके सहयोगियों की संपत्तियों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के लखनऊ स्थित कार्यालय में अधिवक्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट सौरभ भदौरिया ने शुक्रवार को बयान दर्ज कराए। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर जय बाजपेई, उसके भाइयों, उसके गिरोह के सदस्यों व उन्हें संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों और अफसरों की संपत्तियों की जांच ईडी कर रही है। गोवा, कानपुर, लखनऊ, उज्जैन में भी कई बेनामी संपत्तियों का पता चला है। इनकी रजिस्ट्रियां भी ईडी को सौंप दी हैं। जय और उससे जुड़े 53 लोगों की संपत्तियों का आकलन किया जा चुका है। अब तक लगभग 682 करोड़ की संपत्तियां जांच में सामने आई हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।