सैफई मेडिकल कॉलेज में फूटा कर्मचारियों का गुस्सा
कानपुर : सैफई मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में ब्लड बैंक में तैनात कर्मचारी जयप्रकाश शर्मा व नरेश शर्मा के साथ बदतमीजी करने पर नर्सिंग स्टाफ काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गया। हड़ताल से मरीज और तीमारदार परेशान दिखे। अस्पताल प्रशासन ने हड़ताल की सूचना थाना सैफई को दी जिसपर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन धरने पर बैठे स्टाफ के लोग डॉक्टर के माफी मांगने की बात पर अड़े रहे। नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि हमारे सहयोगी के साथ बदतमीजी हुई है, उसे लात-घूसे मारे गए हैं। जिसके लिए पैथोलॉजी विभाग में तैनात डॉ. विनीत माफी मांगे उसके बाद ही हड़ताल समाप्त करेंगे नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी। जिसके बाद नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टरों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हड़ताल अभी जारी है।
शादी के एक हफ्ते बाद पेड़ से लटका मिला युवक का शव
कानपुर : में बिठूर के मकसूदाबाद में रहने वाले वैन चालक अनुज कुमार अग्निहोत्री (30) का शव शादी के एक हफ्ते बाद ही बिल्हौर के नानामऊ तिराहे के पास एक पेड़ पर लटका हुआ मिला। अनुज की शादी 5 जून को सचेंडी भैरमपुर की पुष्पा से हुई थी। इसके बाद अनुज 8 जून को अचानक लापता हो गया था। 9 जून को परिजनों ने बिठूर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई थी। अनुज का शव अंगौछे से लटका था। शव तीन से चार दिन पुराना बताया गया। जेब में एक डायरी मिली जिसमें सॉरी मां लिखा था। मां कुसमलता बेटे की मौत से बेसुध हो गईं। पोस्टमार्टम के बाद जब अनुज का शव मकसूदाबाद पहुंचा तो गांव में रहने वाली कुछ महिलाओं ने अनुज की पत्नी पुष्पा को मनहूस कह दिया। इस पर पुष्पा के परिजन भड़क गए और दोनों पक्षों में बहस के बाद हंगामा हो गया। टिकरा चौकी इंचार्ज अर्जुन द्विवेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे दोनों पक्षों को शांत कराया। इसके बाद अनुज का शव अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।
साइबर ठगों का कारनामा
कानपुर : में पेंशन के लिए जीवन प्रमाण पत्र दाखिल करने के नाम पर साइबर ठगों ने एटीएम डिटेल हासिल कर रिटायर्ड पुलिसकर्मी के खाते से 23 बार में साढ़े छह लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ित की तहरीर पर कल्याणपुर पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज की है। कल्याणपुर के नानकारी में रहने वाले राम कुमार शुक्ल सिपाही के पद से रिटायर्ड हैं। उनका बचत खाता एसबीआई की आईआईटी शाखा में है। उन्होंने बताया कि शनिवार को उनके नंबर पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को ट्रेजरी ऑफिस का कर्मचारी बताया और पेंशन के संबंध में जीवन प्रमाण पत्र दाखिल करने के नाम पर अकाउंट नंबर और एटीएम डिटेल हासिल कर ली। जिसके बाद शातिर ने 23 बार में उनके खाते से साढ़े छह लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उन्हें ठगी का पता चला। वहीं, कल्याणपुर के जगपाल सिंह के खाते से भी शातिरों ने 40 हजार ट्रांसफर कर लिए। कल्याणपुर इंस्पेक्टर वीर सिंह ने बताया कि तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से शातिरों का पता लगाया जा रहा है।