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लॉकडाउन की आशंका पर पलायन: प्रवासियों को घर पहुंचाने को बढ़ रहीं ट्रेनें

 कानपुर : लॉकडाउन की आशंका के बीच गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई अन्य राज्यों के प्रवासी कामगारों के पलायन करने का सिलसिला जारी है। यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए रेलवे लगातार ट्रेनें बढ़ा रहा है। दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को चलाने के बाद भी यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। शुक्रवार को रेलवे ने छपरा और गोरखपुर समेत कई जगहों के लिए ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया है। ट्रेन संख्या 01195 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से 16 अप्रैल की सुबह 8:40 बजे चलकर दादर, कल्याण, खंडवा, सतना और बांदा के रास्ते शनिवार की दोपहर 1:10 बजे कानपुर सेंट्रल आएगी और दोपहर 3:15 बजे लखनऊ पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन 17 अप्रैल को लखनऊ से शाम 6:30 बजे चलकर रात 8:20 बजे कानपुर सेंट्रल आएगी और सोमवार की सुबह 3:35 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पहुंचेगी।

ट्रेन संख्या 01197 लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 16 और 21 अप्रैल की दोपहर 2:30 बजे चलकर ठाणे, सूरत, रतलाम, कोटा, आगरा फोर्ट, टूंडला होते हुए दूसरे दिन रात 8:55 बजे कानपुर सेंट्रल और सुबह 10:50 बजे छपरा पहुंचेगी। वापसी में छपरा से यह ट्रेन 19 अप्रैल की सुबह 5:40 बजे चलकर शाम 5:10 बजे कानपुर सेंट्रल और दूसरे दिन देर देर रात 12:40 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी।  ट्रेन संख्या 01453 पुणे से 16, 23 और 30 अप्रैल शुक्रवार की रात 8:20 बजे चलकर जबलपुर, सतना के रास्ते अगली रात 1:15 बजे सेंट्रल और रविवार की सुबह 9:40 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। गोरखपुर से 18, 25 अप्रैल और दो मई को ट्रेन रविवार की दोपहर एक बजे चलकर रात 8:50 बजे कानपुर सेंट्रल और मंगलवार की सुबह पांच बजे पुणे पहुंचेगी।

मानव तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पर्दाफाश

कानपुर : मानव तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पर्दाफाश होने के बाद क्राइम ब्रांच को तीन अन्य महिलाओं की जानकारी मिली है जो ओमान में फंसी थीं। जिन्हें गिरोह के एजेंट मुजम्मिल ने ही भेजा था। पुलिस उन महिलाओं के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश में है। पता नहीं चल सका है कि वे लौटी भी हैं या नहीं। वहीं, बेकनगंज थाने में एक पीड़िता के भाई ने 29 सितंबर 2020 को मुजम्मिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें पुलिस ने कार्रवाई के बजाय मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। क्राइम ब्रांच ने इसे गंभीरता से लिया है। इंस्पेक्टर कर्नलगंज प्रभुकांत के मुताबिक जिन अन्य महिलाओं के बारे में पता चला है उन्हें खोजा जा रहा है। परिजनों से पूछताछ कर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।

18 अप्रैल को ओमान से आएगी पीड़िता

मानव तस्करी कर ओमान भेजी गई महिला 18 अप्रैल को चेन्नई पहुंचेगी। वहां से उसे लखनऊ और फिर कानपुर लाया जाएगा। ओमान में भारतीय दूतावास ने इसके लिए कागजी कार्रवाई पूरी करने के साथ ही एयर टिकट की व्यवस्था भी करा दी है। महिला के परिजनों की ओर से एफआईआर दर्ज कराने के बाद ही गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि हर संभव मदद के लिए चेन्नई पुलिस से बातचीत चल रही है।

शहीद पार्क के पीछे नाले में मिला युवक का शव

हमीरपुर : जिले में भरुआसुमेरपुर कस्बे के शहीद पार्क के पीछे नाले में एक युवक की हत्या कर लाश फेंक दी गई। पुलिस ने शव को नाले से निकाल कर कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने भूसा चोरी करने वालों पर हत्या कर लाश फेंकने का आरोप लगाया है। कस्बे के धर्मेश्वर बाबा मुहाल निवासी रमैया प्रजापति (38) पुत्र बूचा प्रजापति मजदूर था। वह कस्बे व पंधरी के कुछ किसानों की जमीन लेकर बटाई पर खेती करता था। मौजूदा समय में उसके खेतों की फसल कट गई है। थ्रेसरिंग के बाद भूसा खेतों पर पड़ा हुआ है। दो दिन पहले खेत से कुछ भूसा चोरी हो गया था। इसी को लेकर शनिवार सुबह करीब 3 बजे वह घर से उठकर भूसा देखने के लिए खेतों पर गया था। सुबह परिजनों को उसका शव मिला। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

आग से पान की गुमटी और लकड़ी की दुकान जलकर राख

औरैया:  जिले में जमाल शाह गेट के सामने स्थित सलीम और पप्पू की पान की गुमटी में शुक्रवार रात 12:30 बजे अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पास स्थित अल्ताफ मंसूरी की लकड़ी की दुकान को भी चपेट में ले लिया। आग का विकराल रूप देख लोगों में हड़कंप मच गया।  जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल की पांच गाड़ियों ने तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया। आग से लाखों का नुकसान हुआ है।

महिला कांस्टेबल ने फांसी लगाकर दी जान अब तक सामने आई ये बात

चित्रकूट : जिले के नयागांव थाना में महिला कांस्टेबल ने फांसी लगाकर जान दे दी। कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत महिला कांस्टेबल श्रुति सिंह शाहपुर थाना सिरमौर जिला रीवा की मूल निवासी थीं। जानकारी के अनुसार श्रुति काफी दिनों ने बीमार चल रही थीं। इस घटना से पुलिस विभाग समेत क्षेत्र में हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी द्वारा परिजनों को सूचना दे दी गई है।

बिना इलाज सड़कों पर मरने की नौबत

 कानपुर : कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इलाज के इंतजामों की भयावहता चिंताजनक है। कोविड स्टेटस वाले अस्पतालों में बेडों की कमी बताकर तीसरे दिन भी मरीज लौटाए गए। कंट्रोल रूम की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ, जबकि अब यहां फोन कॉल रिसीव करने के लिए तीन के बजाय छह लाइनें कर दी गई हैं। हालत यह है कि कोरोना संक्रमितों को न तो इलाज मिल रहा है न ही उनकी काउंसलिंग की जा रही है। यानी जिले में किसी को कोरोना हुआ तो अब बिना इलाज घरों और सड़कों पर मरने की नौबत आ गई है। जिले में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट हैं।

मगर उन्हें इलाज नहीं मिल रहा वे अंतिम सांसें गिन रहे हैं। कोविड अस्पतालों में मरीजों के भर्ती न करने का मामला हो या प्राइवेट अस्पतालों में बेडों की दलाली की बात हो, या फिर कोविड कमांड सेंटर में फोन न उठने की। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए अब तक के इंतजाम नाकाफी साबित हुए हैं हालांकि सुधार के लिए बैठकें खूब हो रही हैं। मगर असर नहीं दिख रहा है। शहर में स्वास्थ्य सेवाओं के हालात से लोग डरे हुए हैं। निजी अस्पतालों ने इस आपदा को लूट का अवसर बना लिया है। स्वास्थ्य विभाग अभी तक इस बात की जांच नहीं कर सका कि बेड खाली होने के बाद मरीज भर्ती क्यों नहीं किए जा रहे।

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