अयोध्या : केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए लायी गई अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर इंकलाबी नौजवान सभा और अखिल भारतीय नौजवान सभा के नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर को सौंपा। इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि अग्निपथ योजना में चार साल बाद 75 प्रतिशत नौजवान नौकरी से बाहर हो जाएंगे। इसके तहत पूर्व सैनिकों को मिलने वाली पेंशन, मेडिकल सुविधाएं व अन्य सुविधाएं पूरी तरह बन्द कर दी गई हैं। इससे देश भर के नौजवानों में व्यापक स्तर पर गुस्सा दिखायी दे रहा है। पहले से ही बेरोजगारी की मार झेल रहा नौजवान सेना भर्ती में अग्निपथ योजना के नाम पर सेना में ठेका प्रथा को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। यह योजना नौजवानों के भविष्य व देश के आंतरिक सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।
ज्ञापन के माध्यम से अग्निपथ योजना वापस लेने, सेना के सभी संस्थानों में खाली पदों पर स्थायी भर्ती करने, अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे गिरफ्तार सभी छात्र युवाओं को तत्काल रिहा करने, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को रिहा करने, सच को उजागर करने वाले आल्ट न्यूज के पत्रकार मोहम्मद जुबेर को तत्काल रिहा करने और राजस्थान के उदयपुर की घटना के दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई। अखिल भारतीय नौजवान सभा के जिलाध्यक्ष सुधांशु पाण्डेय, उपाध्यक्ष त्रिभुवन यादव, इंकलाबी नौजवान सभा के संयोजक अजय शर्मा चंचल, , अज़ीमुल्ला अंसारी, राजेश वर्मा, आदि नेताओं के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया तथा इस अवसर पर भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी व भाकपा माले जिला प्रभारी अतीक अहमद भी उपस्थित रहे।