रायबरेली: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयन्ती समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में उनके चित्र पर माल्र्यापण कर एक विचार गोष्ठी आयोजित कर मनायी गया। लोकनायक जय प्रकाश नारायण पर विचार व्यक्त करते हुए जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि उनकी समस्त जीवन यात्रा संघर्ष तथा साधना से भरपूर रही वे विदेशी सत्ता से देशी सत्ता, देशी सत्ता से व्यवस्था, व्यवस्था से व्यक्ति में परिवर्तन और व्यक्ति में परिवर्तन से नैतिकता के पक्षधर थे। राष्ट्रीयता की भावना एवं नैतिकता की स्थापना उनका लक्ष्य था, राजनीति को वह सेवा का माध्यम बनाना चाहते थे, राजनीति में शुचिता एवं पवित्रता की निरन्तर वकालत करते रहे। उन्होनें तत्कालीन केन्द्र सरकार के खिलाफ ‘‘सम्पूर्ण क्रांति’’ नामक आन्दोलन चलाया, जिसमें सात क्रांतियां राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति शामिल थी। आज वर्तमान समय में किसानों, मजदूरों, छात्रों, नवजवानों में हताशा एवं निराशा है, सरकार व्यवस्था देने में असफल है। आज एक नयी सम्पूर्ण क्रांति की आवश्यकता है
जिलाध्यक्ष ने जे.पी. का नारा दोहराते हुए कहा कि ‘‘सिंहासन खाली करो जनता आती है।’’ वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश यादव ने कहा जय प्रकाश नारायण भारतीय राजनीति के जाज्वल्यमान सितारे थे, सम्पूर्ण जीवन ब्रह्मचर्य रहकर राष्ट्र सेवा का कोई अन्य उदाहरण भारत के इतिहास में नहीं मिलता। एडवोकेट डी.पी. पाल ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस समय देश अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है, ऐसे समय में जे.पी. के विचार प्रासंगिक हैं। पूर्व विधायक रामलाल अकेला ने कहा कि हमें जय प्रकाश नारायण से समाजसेवा के साथ ही अनुशासन सीखना चाहिए
पूर्व विधायक सुरेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण देश के महान नेता थे। विचार गोष्ठी का संचालन महासचिव अरशद खान ने किया। जे.पी. के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार रखते हुए ओ.पी. यादव एडवोकेट ने कहा कि समाज में परिवर्तन तभी आ सकता है, जब हम जे.पी. के बताये मार्ग पर चलने का काम करें। गोष्ठी को मो0 इलियास, राजेन्द्र प्रधान, राजेश मौर्य, रामस्वरूप पासी, दिनेश पाल, कृपाशंकर, मो0 शमशाद, श्रवण चैधरी, जे.पी. यादव, नरेन्द्र सिंह, चन्द्रराज पटेल, माताफेर सिंह, हरीश चैरसिया, जमुना प्रसाद मिश्र, राजेश चन्द्रा, बुधेन्द्र सिंह, भारत लाल श्रीवास्तव, विकास विश्वकर्मा, पवन श्रीवास्तव, महादेव यादव, रमेश मौर्य, चन्द्रकली भारती, राहुल निर्मल बागी, सन्तलाल यादव, मो0 फहीम, अखिलेश माही, समर बहादुर यादव, आदि लोग उपस्थित रहे।