लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अंधविश्वास और सनक की सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां अज्ञानता और अंधविश्वास के चलते एक युवक ने बड़े को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना मंगलवार को इटौजा थाना क्षेत्र स्थित उसरना गांव में हुई है। जहां तंत्र मंत्र के चलते छोटे भाई फूलचंद रावत ने बड़े भाई बृजेश (25) को मार डाला। बड़े भाई की मौत के बाद उसका शव चार दिन तक घर में छिपाए रहा। उसने कहा कि सात दिन में तंत्र क्रिया से वह भाई को जीवित कर लेगा। कई दिन बीतने के बाद मकान से दुर्गंध आना शुरू हो गया। जिसका संज्ञान लेते पड़ोसियों ने घटना की सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके वारदात पर पहुंची, और घर का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया। जिसके बाद शव की पोस्टमार्टम के लिए भेजा और छोटे भाई को हिरासत में ले लिया।
पुलिस के मुताबिक मृतक बृजेश की पत्नी और तीन बच्चों, उसके तीन भाइयों तथा मां से पूछताछ की गई है। परिवार के मुताबिक बृजेश रावत की मौत चार दिन पहले बीमारी से हुई थी। छोटे भाई फूलचंद ने घरवालों से कहा था कि वो बृजेश को सात दिन में जिंदा कर देगा। उसने घर वालों को धमकाया कि अगर किसी ने उसकी तंत्र क्रिया में बाधा डाली तो उसका नाश हो जाएगा। इसके बाद वह शव को लेकर घर के एक कमरे में बंद होकर साधना करता रहा।
मृतक बृजेश की पत्नी न बताया कि उसका देवर शिवलिंग की प्राप्ति को लेकर पिछले 5 दिनों से घर में ही तंत्र-मंत्र कर रहा था। परिवार में मौजूद महिलाएं और बच्चों को भी डरा धमका कर घर में बंद कर दिया था। पुलिस को पड़ोसियों ने बताया, कि जब बृजेश और फूलचंद्र बारे में पूछा तो परिवार के लोग हड़बड़ा गए। बुधवार को घर से बदबू आने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुुुंचने पर फूलचंद्र ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया।
जिसके बाद पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। कमरे के अंदर बृजेश का शव पड़ा था और फूलचंद्र उसी के बगल में तंत्र साधना कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने फूलचंद्र को गिरफ्तार कर लिया। फूलचंद से पूछताछ की जा रही है, लेकिन वह बहकी-बहकी बातें कर रहा है। उसका कहना है कि वह सातवें दिन अपनी तांत्रिक साधना से भाई को जीवित देता, इसलिए तंत्र क्रिया कर रहा था