
शहादत की पूर्व संध्या पर हुईं मजलिसें, आज कैंडल जलाकर उठेंगे ताबूत
अजाखाना शेख हादी हुसैन में मजलिस आज
लखनऊ। हजरत मोहम्मद साहब (स.) की बेटी हजरत फातिमा जहरा (स.अ.) की शहादत की याद में सोमवार को जगह-जगह मजलिसों का आयोजन किया गया। छोटा इमामबाड़ा हुसैनाबाद में मौलाना मोहम्मद मिया आब्दी ने मजलिस को खिताब किया। उन्होंने कहा कि जनाबे फातिमा जहरा (स.अ) तमाम आलमीन के लिए एक ऐसी सीरत है जिस पर अमल करके इंसान अपनी दुनिया और आखिरत बना सकता है।
मौलाना ने कहा कि जिंदगी के हर शोबे में जनाबे फातिमा जहरा (स.अ) नमूने हयात है। उन्होंने कहा कि रसूल अल्लाह (स) ने फरमाया कि फातिमा मेरा जुज़ हैं। मौलाना ने जनाबे फातिमा पर हुए जुल्म बयान किए तो आजादारों की आंखें अश्कबार हो गई। कल की मजलिस के बाद कैंडिल की रौशनी में ताबूत उठाया जायेगा। कर्बला दियानुतद्दौला काजमैन रोड में मौलाना सदफ जौनपुरी ने मजलिस को खिताब किया। इमामबाड़ा जन्नत मआब सैयद तकी अकबरी गेट में कार्यालय आयतुल्लाह सैयद सादिक हुसैन शीराजी के तत्वधान आयोजित दूसरी मजलिस को मौलाना अफजाल हैदर ने खिताब किया।
रौजाए काजमैन में मौलाना फैज अब्बास ने मजलिस को खिताब किया। मस्जिद वली अरुा मुफ्तीगंज में मौलाना रजा इमाम ने मजलिस को खिताब किया। इमामबाड़ा उम्मुल बनीन मंसूर नगर में मौलाना सरजाज हैदर ने मजलिस को खिताब किया। इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद हजरतगंज में मौलाना रजा हैदर जैदी ने मजलिस को खिताब किया। मंगलवार को मौलाना कल्बे जव्वाद मजलिस को शाम 7.30 बजे को खिताब करेंगे। हैदरी इमामबाड़ा वजीरगंज में मौलाना इस्तफा रजा ने मजलिस को खिताब किया।तंजीमुल मकातिब हॉल गोलागंज में मजलिस को मौलाना काजिम मेहदी ने खिताब किया। रौजाए बैतुल हुज्न रूस्तम नगर में मौलाना यासूब अब्बास ने मजलिस को खिताब किया
मस्जिद नवाब घसीटा नूरबाड़ी में मजलिस को मौलाना मुमताज जाफर ने खिताब किया।हौजाए इल्मिया जामेअतुत तबलीग मुसाहबगंज में मौलाना नसीम अब्बास ने मजलिस को खिताब किया। रौजाए फातमैन में मौलाना शब्बीर अली वारसी ने मजलिस को खिताब किया। अंजुमन सज्जादिया कदीम की ओर से तिब्बती मस्जिद कटरा अबूतुराब खां में मजलिस को मौलाना मोहम्मद जाबिर ने खिताब किया।
मजलिस आज: अजाखाना शेख हादी हुसैन (जियो साहब) दरगाह हजरत अब्बास रोड रूस्तम नगर में मंगलवार को मगरिब की नमाज के बाद तिलावते कुराने पाक से शुरू होने वाली मजलिस को मौलाना नजर अब्बास जैदी खिताब करेंगे। इसी तरह अजाखाने सईद हुसैन मरहूम हसन पुरिया में शाम 7 बजे महिलाओं की मजलिस के बाद ताबूत की जियारत करायी जायेगी।