लखनऊ : रमजान के महीने को लेकर मौलाना सैयद सैफ अब्बास की अध्यक्षता में अयातुल्ला सादिक हुसैनी शिराजी के कार्यालय में धर्मगुरूओं की बैठक आयोजित की गई बैठक का उदघाटन मौलाना नफीस अख्तर ने कुरआन की तेलावत से किया और कहा रोज़ा दैनिक जीवन को व्यवस्थित करता है और इसके द्वारा अल्लाह इस महीने में मानव शरीर को और मजबूत करता है
मौलाना सैयद अफजल हुसैन काजमी ने कहा कि रमज़ान का महीना पवित्र कुरआन के नाजिल होने का है मौलाना मजहर इमाम ने कहा की पैगंबर (स.अ.) ने कहा पेट हर बीमारी का घर है और उपवास है हर बीमारी का इलाज। हजरत अली (एएस) ने कहा सर्वशक्तिमान ईश्वर ने अपने सेवकों की ईमानदारी का परीक्षण करने के लिए उपवास अनिवार्य कर दिया।
अंत में मौलाना सैयद सैफ अब्बास ने अपने भाषण में कहा कि रमजान के पवित्र महीने में जमात के सभी इमामों और प्रचारकों को इस महीने का लाभ उठाना चाहिए। अहलेबैत की शिक्षाएँ और धार्मिक मुद्दे के बारे मे लोगो का अवगत कराना चाहिए। क्योंकि मराजे के फतवे को ईमान वालों तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि लोग अपने इबादत के कामों को बेहतरीन तरीके से कर सकें
बैठक मे मौलाना शबीउल-हसन आजमी,मौलाना एजाज हुसैन, मौलाना वजीर हुसैन, मौलाना सरताज हुसैन, मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना जव्वार हुसैन, मौलाना नासिर जैदी, मौलाना रिजवान हुसैन, मौलाना काजिम वाहिदी, मौलाना आसिफ सेहतली, मौलाना जमाल मौलाना मौलाना सोहेल अब्बास, मौलाना असगर, मौलाना रजी हैदर, मौलाना नफीस रजा, मौलाना गुलाम सरवर, मौलाना रजा एलिया, मौलाना डॉ अली सलमान, मौलाना मश्रकैन, मौलाना तसनीम अब्बास और अन्य मौजूद थे।