चप्पे चप्पे पर तैनात रहे सुरक्षा बल सीसीटीवी कैमरे से हुई निगरानी
लखनऊ : हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम के नवासे और हजरत अली अलैहिस्सलाम के पुत्र हजरत इमाम हुसैन अ0स0 की याद में मनाया जाने वाला चेहल्लुम आज शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के अनुसार चेहल्लुम के दिन किसी तरह का कोई जुलूस तो नहीं निकाला गया लेकिन पुराने लखनऊ के बजाजा स्थित नाजिम साहब के इमामबाड़े में मौलाना कल्बे जावाद नक्वी ने मजलिस पड़ी जिसमें 100 से भी कम लोगों ने शिरकत की।
चेहल्लुम के मौके पर छोटी-छोटी टोलियों में अजादार कर्बला तालकटोरा पहुंचे जहां लोगों ने हजरत इमाम हुसैन की याद में मातम किया और ताजियों को दफन किया गया। चेहल्लुम को शांतिपूर्ण माहौल में सकुशल संपन्न कराने के लिए सुबह से ही पुराने लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस के आला अफसर हालात पर निगाह बनाए हुए थे और छतों के अलावा गली मोहल्लों में भी भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था । पुलिस के वाहन लगातार गश्त करते हुए भी देखे गए । इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे से भी पुराने लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की गई ।
आपको बता दें कि चेहल्लुम के दिन बजाजा स्थित नाजिम साहब के इमामबाड़े में मजलिस के बाद शिया समुदाय के द्वारा कर्बला तालकटोरा तक हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद में चेहल्लुम का जुलूस निकाला जाता था जिसमें मातमी अंजुमनो में शामिल होकर लोग कमा और जंजीरों का मातम भी करते थे लेकिन साल 2020 में जब से भारत में कोरोना वायरस ने दस्तक दी तब से आज तक कोई भी जुलूस नहीं निकाला गया है । उम्मीद यही जताई जा रही है कि मोहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर लखनऊ में निकाला जाने वाला मदेह सहाबा का जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा ।
वैश्विक आपदा के इस दौर में देशवासियों ने जिस तरह से अपने मजहबी जज्बातों को दबाते हुए कोरोना वायरस के खात्मे के लिए मुहिम चलाई है उससे उम्मीद जताई जा रही है कि भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर नहीं आ सकेगी क्योंकि भारत सरकार के द्वारा एक तरफ देशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए युद्ध स्तर पर टीका लगाया जा रहा है वहीं दूसरी देशवासी एहतियात कर धार्मिक कार्यक्रमों को बहुत ही जागरूक होकर कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत मना रहे हैं चेहल्लुम के दिन शिया समुदाय के लोग अपने अपने घरों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पैदल ही कर्बला तालकटोरा पहुंचे
जहां से शाम तक लोगों ने वापसी भी कर ली सफीना ए हुसैन (एस. एच) फोटोग्राफी टीम के सदस्यों ने चेहल्लुम के मौके पर ड्यूटी में तैनात पुलिस कर कर्मियों को पानी की बोतलें एवं बिस्कुट के पैकेट बाटे।