हैदरगढ़ बाराबंकी : बेखौफ खनन माफियाओं द्वारा इन्हौना रजवहा पर डेढ़ सौ मीटर से अधिक अवैध रूप से खनन करते हुए मिट्टी उठा ले जाने का मामला प्रकाश में आया है। खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि नहर की पटरी को भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर रजबहा के अध्यक्ष एवं सहायक अभियंता द्वारा सुबेहा थाने पर मुकदमा दर्ज करने हेतु तहरीर दी गई। कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही ना होना पुलिसिया कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्हौना रजबहा के 20 से 21 किलोमीटर के बीच लगभग डेढ़ सौ मीटर नहर पटरी की मिट्टी गत4 फरवरी को खनन माफियाओं द्वारा उठा ले जाई गई। जिससे कि नहर की पटरी पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गई है और आसपास की हजारों बीघा फसल के जलमग्न होने का खतरा उतपन्न हो गया है।
रजवहा के अध्यक्ष अनुज कुमार द्विवेदी ने बताया कि क्षेत्र के जलालपुर गांव निवासी खनन माफिया सुरेंद्र प्रताप सिंह पुत्र फतेह बहादुर सिंह द्वारा उक्त कृत्य किया गया है तथा इस मिट्टी को इसी गांव निवासी छेददन कोरी पुत्र शिव प्रसाद के ट्रैक्टर व दो अन्य ट्रैक्टरों द्वारा दो-तीन दिनों में उठाई गई है तथा मिट्टी को बगल में ही निर्माणाधीन मनरेगा उद्यान में डाला गया है। उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने पर सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता केके सिंह चैहान तथा जूनियर इंजीनियर मुकेश कुमार व विनोद कुमार के साथ मौका मुआयना किया गया तो वहां पर पूरा सेक्शन क्षतिग्रस्त मिला। जिसकी शिकायत सुबेहा थाने में विगत 4 फरवरी को ही तहरीर के माध्यम से की गई थी परंतु कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिसके बाद रजबहा के अध्यक्ष द्वारा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी, उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ एवं अधिशासी अभियंता शारदा सहायक खंड 41 को भी पत्र प्रेषित करते हुए कार्यवाही की मांग की गई है।
फिलहाल सुबेहा थाना क्षेत्र के खनन माफिया इतने बेखौफ हो चुके हैं कि सरकारी संपत्ति को भी नहीं छोड़ रहे हैं, जिससे स्थानीय पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में नजर आ रही है। प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी चंद पैसों की लालच में लगातार खनन माफिया धरती का सीना चीर रहे हैं उनके इस कार्य में स्थानीय पुलिस भी मददगार साबित हो रही है।