
प्रयागराज : नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का बलिदान देश के लिए सर्वोपरि है। भारत में आज से 76 वर्ष पहले जितना बड़ा नरसंहार आजाद हिन्द फौज का हुआ था उसे भुलाया नहीं जा सकता। ऐसे बलिदानी महापुरूष का स्मरण करके हम सभी को उनके व्यक्तित्व एवं विचारों को आगे ले जाना चाहिए। उक्त विचार अखिल भारतीय दण्डी सन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने माघ मेला के सेक्टर चार गंगोली शिवाला मार्ग स्थित चरखी दादरी आश्रम में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज देश की राजनीतिक पार्टियों ने नेता जी के योगदान को भुला दिया है। परिषद के महामंत्री शंकर आश्रम महाराज ने कहा कि भारत की आजादी के जनक ही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस थे। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में दण्डी सन्यासी ज्ञानेश्वर आश्रम, रामदेव आश्रम, अयोध्या आश्रम, चन्द्रा आश्रम, रामशंकर आश्रम, बाजपेयी स्वामी, सत्यम त्रिपाठी, अनिरूद्ध, कुलदीप आदि मौजूद रहे।