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अल्पसंख्यक महिलाओं में गज़ब का उत्साह पैदा कर रही है ‘नई रौशनी : जमशेद रहमान

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लखनऊ : अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एवं नेशनल इंटीग्रेशन एंड एजूकेशनल सोसायटी द्वारा आयोजित ‘नई रौशनी’ का चैथा चरण शनिवार को समाप्त हुआ। इस कार्यशाला में 25 प्रतिभागी महिलाओं को नेतृत्व क्षमता का विकास, सूचना का अधिकार, डिजिटल इण्डिया, स्वच्छता, शैक्षिक सशक्तिकरण, सामाजिक व व्यवहारिक परिवर्तन, महिलाओं के क़ानूनी अधिकार और कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी दी गई।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नागरिक सुरक्षा संगठन के डिप्टी डिवीजनल वार्डेन एवं राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित जमशेद रहमान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं की पहुंच प्रत्येक महिला तक होनी चाहिए, ताकि महिलाओं में आत्मविश्वास व नेतृत्व क्षमता का विकास अधिक से अधिक हो सकें।
इस अवसर पर पूर्व कोषाधिकारी मुशीर हसन ने महिलाओं द्वारा हस्तशिल्प कला की वस्तुओं की प्रदर्शनी को देखते हुए कहा कि महिलाओं में कौशल विकास और आत्मनिर्भता का जज़्बा पैदा करने के लिए ‘नई रौशनी’ जैसे कार्यक्रम बहुत ही कारगर साबित हो रहे हैं। संस्था के कोषाध्यक्ष नज़र मेहदी ने कहा कि संस्था का लक्ष्य सरकार द्वारा चलाई जा रही

योजनाओं से हर महिला को लाभान्वित कराना है। उन्होने सभी 25 प्रतिभागी महिलाओं और कार्यक्रम समनवयक आफरीन रहमान और आफरीन फातिमा के साथ-साथ ज़मानुल हसन को विेशेष धन्यवाद दिया। उन्होने कहा कि इन सभी के सहयोग से ही कार्यक्रम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सका।
इस अवसर सभी 25 प्रतिभागी अल्पसंख्यक महिलाओं ने अपने विचार व्यक्त किये। महिलाओं ने कहा कि यहां पर आकर उन्हे कई प्रकार की जानकारियां मिली, जिससे वो अनभिज्ञ थी। प्रतिभागियों ने मंच पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां प्रशिक्षण पूरा करने के बाद हम स्वयं में एक बदलाव महसूस कर रहे है।

हमें यहां के प्रशिक्षण से एक नई उर्जा प्राप्त हुई है। प्रतिभागियों ने यह भी कहा कि हम यहां से मिली जानकारी को अन्य महिलाओं तक भी पहुंचायेंगे। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को 600 रूपए की प्रोत्साहन राशि और प्रमाणपत्र भी दिया गया।

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