पंचायत सहायकों की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए तैनात किए गए नोडल अधिकारी, आवेदन और आरक्षण पर रखेंगे नजर
लखनऊ : पंचायत सहायकों की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन ने न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की है। ये अधिकारी आवेदन की निगरानी करेंगे। वहीं, अपनी तैनाती की न्याय पंचायत से आने वाले आवेदन का पूरा लेखाजोखा भी रखेंगे। आवेदकों को यदि आवेदन करने में कोई दिक्कत आ रही है तो उसे भी दूर करेंगे। ब्लॉक स्तर के सभी एडीओ व अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को नोडल बनाया गया है।
ग्राम सचिवालय को प्रभावी बनाने के लिए पंचायत सहायकों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन की अंतिम तारीख 17 अगस्त रखी गई है। डीपीआरओ शास्वत आनंद सिंह ने बताया कि राजधानी की सभी 92 न्याय पंचातयों में पंचायत सहायक पद के आवेदको की आवेदन से जुड़ी समस्या के समाधान के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। यह नोडल अधिकारी अपनी न्याय पंचायत के गांवों से आने वाले आवेदन का व्योरा रखेंगे। आवेदनों का परीक्षण करेंगे और लिस्ट बनाएंगे।
आरक्षण पर नजर रखेंगे नोडल अधिकारी
पंचायत सहायक की भर्ती में आरक्षण का पालन हो रहा है या नहीं इस पर भी नोडल अधिकारी नजर रखेंगे। यह भी देखेंगे कि यदि कोई पंचायत एससी, ओबीसी या महिला के लिए आरक्षित है तो उस पर उसी आरक्षित श्रेणी का आवेदन आए। साथ ही गांव में कोरोना से मृतक व्यक्ति के परिवार से पत्नी, पुत्र आदि अगर आरक्षण श्रेणी को पूरा करते हैं और 12वीं पास हैं तो उनके आवेदन पर भी नजर रखेंगे।