टीकमगढ़ : प्रदेश में अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। उनके साथ खुलेआम मारपीट की जा रही है। थाने में कपड़े उतरवाए जा रहे हैं। सीधी जिले के बाद टीकमगढ़ जिले में कवरेज करने गए पांच पत्रकारों के साथ मारपीट की। सरकार पत्रकारों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है। जानकारी के मुताबिक टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र के बूदोर गांव में अवैध तरीके से शराब बिक्री की सूचना मिली थी,
पुलिस तो शराब माफिया के खिलाफ शायद कुछ कर नहीं रही थी। जिसकी सच्चाई मीडिया ने उजागर करने की कोशिश की। पत्रकार रूपेश जैन, डीपी राजपूत, परशुराम अहिरवार, लोकेन्द्र सिंह और नीरज देशमुख बूदोर गांव में पहुंचे, जहां शराब माफिया के गुर्गों ने कवरेज के दौरान पत्रकारों की कार को रोक लिया, वो कुछ कह पाते उससे पहले ही पत्रकारेां की पिटाई करनी शुरु कर दी।
मारपीट की पूरी घटना कैमरे में भी कैद हुई है। पत्रकार रूपेश जैन को इस हमले में उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। शराब माफिया मारपीट करते हुए उनका मोबाइल, सोने की चैन सहित अन्य सामान छीन लिए, पत्रकार को बंधक बनाकर जमकर मारपीट की। फिर अपनी गाड़ी में डालकर उसे पलेरा थाने के पास छोड़कर भाग गए। पीडि़त पत्रकार रूपेश जैन का कहना है कि हम खबरे बनाने गए थे
शराब माफिया ने हमें बहुत पीटा, चांदी के कड़े, मोबाइल कार में तोडफ़ोड़ की और दस हजार रुपये नगद लूट लिए, वो कह रहे थे कि हम अवैध काम करते हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अब पुलिस ने नामजद हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया है, लेकिन क्या कुछ कार्रवाई की जाएगी, यह देखने वाली बात है।