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विधान परिषद के परिसर में एन पी टी आई ने किया अटल रत्न सम्मान समारोह का आयोजन

अधिकारी कर्मचारी और पत्रकार किए गए अटल रत्न सम्मान से सम्मानित

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अटल जी की एक ऐसे सूर्य के रूप में भारत में चमके कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से लेकर जिनेवा सम्मेलन तक भारत का नाम अपने नाम की तरह अटल कर दिया: कुंवर मानवेंद्र सिंह

अटल बिहारी वाजपेयी जी जैसा व्यक्तित्व आज की राजनीति में देखने को नहीं मिलता:प्रमुख सचिव विधान परिषद

अटल जी के व्यक्तित्व के बारे में जितना भी कहा जाये कम है:डॉ० हरिओम

लखनऊ।भारत रत्न  अटल बिहारी वाजपेयी जी जन्मोत्सव पर न्यूज पेपर ट्रस्ट आफ इण्डिया द्वारा दिनांक 27.12.2022 को विधान परिषद के कक्ष संख्या-77 में &https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8220;भारतरत्न सम्मान-2022&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221;  कुंवर मानवेन्द सिंह, सभापति विधान परिषद् की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें डॉ० राजेश सिंह, प्रमुख सचिव विधान परिषद्, डॉ० हरिओम, प्रमुख सचिव समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश तथासुशील दुबे, चेयरमैन,  नजम हसन, अध्यक्ष,  वक्कास वारसी,मान्यता प्राप्त समिति के सचिव  शिवसरन सिंह, अब्दुल वहीद और  जुबैर अहमद भी उपस्थित थे।इस सम्मान समारोह में डॉ० राजेश सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुये यह कहा कि स्वर्गीय  अटल बिहारी वाजपेयी जी जैसी व्यक्तित्व आज की राजनीति में देखने को नहीं मिलता है। मैंने विद्यार्थी जीवन से देखने का प्रयास किया और उनसे मिला भी।आजादी की लड़ाई में भी अटल जी का योगदान भूलाया नहीं जा सकता है। वह एक कवि के रूप में जाने जाते हैं उनकी अनेक कविताओं का संग्रह भी जारी हुआ।अटल जी दूरदर्शी और प्रखर वक्ता थे। वह सरल भाषा में अपनी बात को रखते थे। वह देश के प्रधानमंत्री भी रहे और अटल का व्यक्तित्व प्रधानमंत्री पद को सुशोभित करे यह भी अटल सत्य है। डॉ० हरिओम ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि अटल जी की छवि आमजन में एक कवि के रूप में ही दिखी। वह प्रधानमंत्री होते हुये भी अपने को कवि कहलाना ज्यादा पसन्द करते थे। मैंने प्रशासनिक पद पर रहते हुये एक बार प्रधानमंत्री के रूप में उनकी सभा का आयोजन किया, उसमें उनकी वाकपटुता और सरलता देखने को मिली वह किसी भी बात को बहुत ही सरलता से रखते थे। और उनके अंदर आशावादी व्यक्तित्व हमेशा दिखाई पड़ता था। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने जो-जो बातें कहीं आज वह सत्य हो रहीं हैं। अटल  के बारे में जितना भी कहा जाये वह कम है।

माननीय सभापति विधान परिषद् ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि मैं अटल रत्न सम्मान दिये जाने के लिये आमंत्रित किया गया हूं। मैं अपने को गौरवान्वित महसूस करता हूं। अटल की एक ऐसे सूर्य के रूप में भारत में चमके कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से लेकर जिनेवा सम्मेलन तक भारत का नाम अपने नाम की तरह अटल कर दिया। अटल जी के व्यक्तित्व के बारे में जितना भी कहा जाये कम है। मैं यहां पर उनके बारे में कहूंगा तो पूरा दिन भी कम हो सकता है। अटल  ने संसद में भी चाहे वह पक्ष में रहे हो या विपक्ष में बहुत ही बेबाक रूप में अपनी बात रखी। यहां पर मैं भारत रत्न सम्मान से सम्मानित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी कहना चाहता हूं कि अटल सम्मान पाकर उन्हें जो उपलब्धि मिली है उससे वह और निष्ठा के साथ काम करें।सम्मान पाने से व्यक्ति की जिम्मेदारी ज्यादा हो जाती है। अंत में मैं सभी उपस्थित महानुभावों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।  मो० शबाब जी के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित करता हूं उन्होंने सभा का संचालन किया।
अटल रत्न सम्मान समारोह में 2022 में सर्वश्री डॉ० राजेश सिंह, डॉ० हरिओम, श्रीकृष्णदत्त ढौडियाल, विनय सिंह, राकेश कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह, राणा प्रताप, राम सागर शुक्ल, प्रदीप कुमार रघुवंशी, योगेन्द्र, वासु मिश्रा, राजेश वर्मा, अतुल कुमार सलूजा, नूतन सिंह । तथा एन०पी०टी०आई० के सर्वश्री रजा रिजवी, अविनाश शुक्ला, टी0बी0 सिंह, उत्कर्ष सिन्हा, नासिर खान, एम०एम० मोहसीन, अशोक सिंह, अजय द्विवेदी, आरिफ मुकीम, खालिद सिद्दीकी, इन्द्रेश रस्तोगी, फिरोज खान, पूर्ति निगम, प्रज्ञा मिश्रा और मो० शबाब, इस्लाम खान,
आदि को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ पत्रकार रजा रिजवी ने सभी का धन्यवाद किया।

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