सोनभद्र : ग्रामीण क्षेत्रो में स्वरोजगार विकसित करने के लिए नाबार्ड ने मछली पालन का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया। उद्देश्य था कि जहां रोजगार के साधन कम है ऐसे आदिवासी और पिछड़े क्षेत्र के लोग आत्मनिर्भर हो और सीमित संसाधनों से अपनी आय बढ़ा सकें। बताते चलें कि नाबार्ड के माध्यम से कृषि और बागवानी से सम्बंधित अनेक कार्यक्रम जगह जगह चलाये जा रहे है इसी क्रम में गुरुवार को रामपुर बरकोनिया थाना से महज दो किमी भदइअराड़ में रिएक्ट संस्था के तत्वावधान में 2 एकड़ से कम या भुमिहीन परिवारों को मछली पालन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया,
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में नाबार्ड के डीडीएम पंकज कुमार ने बताया कि कुछ किसान बत्तख पालन किए है ऐसे किसान बत्तख के साथ मछली पालन करेंगे तो मुनाफा ज्यादा होगा इसलिए मछली पालन का प्रशिक्षण दिया गया है। रिएक्ट संस्था के परियोजना प्रबंधक शुभोजीत भट्टाचार्य ने सभी लाभुकों को मछली पालन पर प्रशिक्षित किया। इस मौके पर सर्वेश पांडेय, कविता व ग्रामीण मौजूद रहे।