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पितृ एवं गुरू ऋण को हमेशा याद रखना चाहिए: मनीष कुमार

शुद्व हवा, पानी, भोजन, आवास, शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य जीवन से जुड़ी जरूरते मानवाधिकार के अन्तर्गत आती है:- मा0 न्यायाधीश

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हरदोई।  केन सोसायटीज नेहरू पीजी कॉलेज में नई शिक्षा नीति के प्राविधान के अनुरूप छात्र-छात्राओं के मध्यम विचारों, भावनाओं तथा विजन के परस्पर आदान-प्रदान हेतु महाविद्यालय परिसर में आज से 19 दिसम्बर 2022 तक आयोजित होने वाले 10 दिवसीय युवा महोत्सव कार्यक्रम का मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के न्यायाधीश श्री मनीष कुमार ने कालेज परिसर में स्थापित चन्द्र शेखर आजाद, कालेज के संस्थापक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोहन लाल वर्मा तथा डा0 भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर मार्ल्यापण करने के उपरान्त जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी और प्रभारी जिला जज सुनील कुमार सिंह के साथ दीप प्रज्जवन कर युवा महोत्सव का शुभारम्भ किया। इस अवसर जिलाधिकारी ने मा0 न्यायाधीश को बैच लगाकर एवं पुष्प गुच्छ देकर तथा प्रभारी जिला जज ने शाल भेंट कर सम्मानित किया और की छात्राओं ने संरस्वती वंदना के साथ मुख्य अतिथि के आगमन पर स्वागत गीत गाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पितृ एवं गुरू ऋण को हमेशा याद रखना चाहिए क्योकि माता पिता की जन्म से लेकर युवावस्था तक देखभाल करते है और यह आपका मानवाधिकार है, परन्तु सफलता मिलने के बाद माता-पिता को भूलना नहीं चाहिए बल्कि उनकी हर सम्भव देखभाल कर अपना कत्वर्य निभायें साथ ही गुरू की अच्छी शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति सफलता हासिल नही कर सकता है, इसलिए गुरू का सदा आदर सम्मान करें। मानवाधिकार के संबंध में मा0 न्यायाधीश ने कहा कि शुद्व हवा, पानी, भोजन, आवास, शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य जीवन से जुड़ी जरूरते मानवाधिकार के अन्तर्गत आते है। उन्होने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना मानवाधिकार प्राप्त करने के साथ अन्य लोगों को मानवाधिकार दिलाने का प्रयास करें। उन्होने कहा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 में हमारे मानवाधिकारों को मूलभूत अधिकार बनाता है, जिसके अन्तर्गत दैहिक स्वतंत्रता की गारण्टी दी गयी है। उन्होने इसी कड़ी में सन् 1215 के मैगना कार्टा व 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के उद्वेश्यों की चर्चा की। उन्होने कहा कि मानवाधिकार हमे जन्म से प्राप्त होते है जबकि मूलभूत अधिकार हमे संविधान से प्राप्त होते हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने शिक्षा में उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को पुरस्कार भेंट कियें।
कार्यक्रम में कालेज के प्राचार्य कौशलेन्द्र कुमार सिंह ने मा0 न्यायाधीश, प्रभारी जिला जज, जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक के साथ उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को युवा महोत्सव आयोजन बधाई देते हुए कहा कि युवा महोत्सव को आयोजन जिलाधिकारी की प्रेरणा से बड़े स्तर पर किया जा रहा है और कार्यक्रम की रूपरेखा आदि में नगर मजिस्टेªट का विशेष सहयोग रहा है। प्राचार्य ने कहा भारत में मानवधिकारी 75 वर्ष पूर्व 1948 में लागू किया गया था और मानवाधिकार के तहत हर व्यक्ति को अपना अधिकार मिलना चाहिए। इसके उपरान्त मुख्य अतिथि ने जिलाधिकारी के साथ 10 दिन होने वाली खेल प्रतिगोतियों का प्रारम्भ गुब्बारे उड़ाकर किया और प्रतियोगी छात्रों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार, गणमान्य व्यक्ति तथा पत्रकार बन्धु सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।

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