
यूपी : पुलिस के हाथ भी कुछ खास सबूत नहीं लगे हैं। फिलहाल पुलिस मृतका की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है पुलिस का मानना है कि इससे तय हो पाएगा की आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने में कौन लोग शामिल थे। बीते 24 घंटों की जांच के बाद भी अयोध्या पुलिस यह तय नहीं कर पा रही कि आखिर श्रद्धा गुप्ता को उसका पूर्व मंगेतर कैसे परेशान कर रहा था. साथ ही डेढ़ साल पहले अयोध्या के एसएसपी रहे आइपीए आशीष तिवारी का इससे क्या कनेक्शन है।
श्रद्धा गुप्ता ने अपने सुसाइड नोट में पूर्व मंगेतर विवेक गुप्ता के साथ-साथ आईपीएस आशीष तिवारी और फैजाबाद पुलिस के अनिल रावत को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। पुलिस को श्रद्धा के कमरे से दो डायरियां भी मिली हैं
जिसमें उसने विवेक से कैसे रिश्ते खराब हुए, कैसे वह दूसरी लड़कियों से उसके अपने रिश्ते को छुपाता रहा, पोल खुलने पर झूठ बोलता रहा जैसी बातें लिखी हैं। इतना ही नहीं डायरी के एक पन्ने में श्रद्धा ने साफ लिखा है कि विवेक गुप्ता से पूछताछ की जाएगी तो सब सच सामने आ जाएगा. फिलहाल पुलिस के लिए श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस अभी भी गले की फांस बना हुआ है।