कानपुर : चिड़ियाघर में सर्दियों के मौसम में अलग.अलग देशों से कई प्रजातियों के पक्षी झील क्षेत्र में आए हैं। जांघिल,ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट,ऊलीनेक,आइबिस प्रजाति के करीब 500 पक्षी चिड़ियाघर पहुंचे हैं। चिड़ियाघर की टीम ने झील किनारे पहुंचकर उनके मल का सैंपल लिया।
चार पक्षियों के मल का सैंपल बरेली भेजा गया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने चारों टावर (जहां पर प्रवासी पक्षी बैठते हैं) के आसपास निगरानी रखने के लिए टीम लगा दी है। दिन में तीन बार निरीक्षण किया जा रहा है। उपनिदेशक ए के सिंह ने बताया कि अभी विदेशी पक्षियों में किसी तरह का कोई खतरा नहीं दिखा है।
चिड़ियाघर के सहायक निदेशक अरविन्द सिंह ने बताया कि जू के 7 बाड़ों में 935 पक्षी है। इसमें चार प्रजातियों के 301 तोते, तीन मकाऊ तोते,110 बत्तख, चार पटियाला पाउल,22 पिनटेल,बर्ड एवरी में लगभग 255 पक्षी है।
चिड़ियाघर में बीते बुधवार को दो जंगली मुर्गों समेत चार पक्षियों की मौत हो गई थी। अगले ही दिन एहतियातन चिड़ियाघर में बीमारी के लक्षण वाले छह रेड जंगल फाउल मुर्गे मार दिए गए। पक्षी बाड़े भी दर्शकों के लिए बंद कर दिए गए थे। वहीं चिड़ियाघर में जो पक्षी बर्ड फ्लू से मरे हैं,उनके संपर्क में 20 लोग आए हैं। इनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है।
चिड़ियाघर में बीते बुधवार को दो जंगली मुर्गों समेत चार पक्षियों की मौत हो गई थी। अगले ही दिन एहतियातन चिड़ियाघर में बीमारी के लक्षण वाले छह रेड जंगल फाउल मुर्गे मार दिए गए। पक्षी बाड़े भी दर्शकों के लिए बंद कर दिए गए थे। वहीं चिड़ियाघर में जो पक्षी बर्ड फ्लू से मरे हैं,उनके संपर्क में 20 लोग आए हैं। इनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है।