झाँसी : बेमौसमी बारिश और ओलों की बरसात ने बुंदेलखंड के किसानों की जान सांसत में डाल दी। झांसी के आसपास और रंग बुंदेलखंड के अन्य जिलों में पिछले 4 दिन से बारिश, कुहासे का प्रकोप चल रहा था। शनिवार और रविवार को आसमान से गिरे ओले खेतों में नहीं किसानों के दिल पर गिरे। सुबह भारी ओले बरसने से किसानों की फसल पूरी तरह से नष्ट होने की कगार पर है।
जहां किसान और मजदूर कोरोना से बाहर कहीं भी काम को नहीं जा पा रहा है वहीं दूसरी ओर किसान को भारी नुकसान हो गया। खड़ी हुई फसल नीचे जमीन पर गिर गई है जिससे अब गेहू ,मटर, चना, सरसों, सब्जियों को भारी नुकसान हुआ है। बुंदेलखंड किसान मोर्चा के अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने तरुणमित्र को बताया कि किसान सांसत में है।
साल में एक बार फसल लेने वाला किसान रबी की फसल बर्बाद होने से तबाह हो गया है। उन्होंने जिलाधिकारियों से बारिश रुकने के बाद किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराने का अनुरोध किया है। वहीं किसान रक्षा दल के संयोजक गौरीशंकर विदुआ ने भी जिला प्रशासन से इसी तरह की मांग की है।