इस्लामाबाद। बढ़ते विदेशी कर्ज के बीच तेजी से घट रहे विदेशी मुद्रा भंडार के चलते पाकिस्तान का आर्थिक संकट और गंभीर हो सकता है। डान की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार पिछले माह चीन से 2.3 अरब डालर कर्ज लेने के बावजूद एक अंक में रह गया है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल देश को आश्वस्त कर चुके हैं कि आइएमएफ से एक अरब डालर कुछ दिनों में देने वाला है, लेकिन तीन महीने निकल गए आइएमएफ का कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। डान की रिपोर्ट के अनुसार, देश का विदेशी कर्ज 2021-22 की पहली तीन तिमाही में 10.886 अरब डालर बढ़ गया। इस तरह हर तिमाही बढ़ रहे विदेशी कर्ज को चुकाना पाकिस्तान के लिए चुनौती है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेतृत्व वाली सरकार ने फिलहाल यह खुलासा नहीं किया है कि उसने चीन जो 2.3 डालर का कर्ज लिया है वह किस दर पर है। वहीं, वित्तीय सेक्टर और अन्य स्टेकहोल्डर भी चीन की छिपी दर से खुश नहीं हैं।
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा, देश को अपनी धुन पर नचाने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी विस्तारित फंड सुविधा के तहत 6 बिलियन अमेरिकी डालर के बेलआउट पैकेज के लिए किश्त जारी नहीं किया। आईएमएफ के बारे में एक सवाल के जवाब में सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार ने उन शर्तो को भी स्वीकार कर लिया है, जिसके हम पक्ष में नहीं थे। जियो न्यूज ने बताया कि गृह मंत्री सनाउल्लाह ने आईएमएफ से बिना किसी देरी के किश्त जारी करने का आग्रह किया ताकि देश खुद को कठिन स्थिति से मुक्त करा सके। सनाउल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान इस समय अपनी अर्थव्यवस्था के मामले में मुश्किल हालात से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि देश की खातिर हमें कठिन फैसले लेने पड़ते हैं, जिससे देश बेहतरी की ओर बढ़ सके।