राशन पकाई के लिए 1000 रुपये बच्चों के अभिभावकों के खाते में डलवाएं जाएंगे
लखनऊ : कोरोना से बचने के लिए जहां सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधी बढ़ती जा रही है। वहीं इस लॉकडाउन में मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बच्चों की फीस जमा करना एक चुनौती बन गई है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए है। स्कूल स्टाफ को भी घर से ही काम करने के आदेश हैं।
लॉकडाउन के चलते सभी विद्यालय बंद हैं। गर्मी की छुट्टी के चलते अभी स्कूल 30 जून तक बंद रहेंगे। सरकार के आदेशानुसार स्कूलों परीक्षा स्थगित कर दी है। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने शुक्रवार को इसका शासनादेश जारी कर दिया है। जिसमें बच्चों को मिड डे मील पहुंचायी जाएगी। इस फैसले के मुताबिक 1.80 करोड़ बच्चों के घर सरकार लॉकडाउन अवधि और गर्मी की छुट्टियों के मिड डे मील का अनाज और कन्वर्जन कास्ट पहुंचाएगी।
मीड डे मील बच्चों को घर पर ही मिलेगा। इसके लिए स्कूल स्टाफ बच्चों के घर जाकर मिड डे मील बांटेगा। साथ ही राशन पकाई के लिए 1000 रुपये बच्चों के अभिभावकों के खाते में डलवाएं जाएंगे। विद्यालय में प्रति बच्चा 7.60 किलो व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रति बच्चा 11.40 किलो अनाज राशन की दुकानों के जरिए दिया जाएगा