बस्ती शुक्रवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर जिलाध्यक्ष अरविन्द कुमार निषाद के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से भेजा। ज्ञापन में मांग किया गया है कि परिषदीय शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति कैशलेश चिकित्सा उपलब्ध कराया जाय।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिलाध्यक्ष अरविन्द कुमार निषाद ने ज्ञापन देने के बाद बताया कि परिषदीय शिक्षकों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा दिये जाने में भेदभाव किया जा रहा है और विभागीय अधिकारी सशुल्क चिकित्सा बीमा देना चाहते हैं जिससे शिक्षकों में आक्रोश है। कहा कि परिषदीय शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति कैशलेश चिकित्सा उपलब्ध कराया जाय।
जिला महामंत्री ने अटल बिहारी गौड़ ने कहा कि जहाँ सरकार राज्य कर्मियों को निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा पालिसी दे रही है वहीं परिषदीय शिक्षकों को सशुल्क स्वास्थ्य बीमा पालिसी दिलवाने का प्रयास सचिव द्वारा किया जा रहा है। जनपदीय कोषाध्यक्ष विनय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि इस आदेश से शिक्षक समाज निराश एवं आक्रोशित है। मांग किया कि इस आदेश को वापस लिया जाय। ज्ञापन देने वालों में अमरेन्द्र चौधरी, राजकुमार प्रजापति, अनूप राय, गौरव शाण्डिल्य, अविनाश शुक्ल, जर्नादन शुक्ल, पंकज गिरी, संतोष सिंह, उमाशंकर सिंह, शिव नरायन सिंह, पियूष मिश्रा, राहुल द्विवेदी, सुरेन्द्र प्रसाद पटेल, राम गोपाल यादव, शिव प्रसाद जय प्रकाश चौधरी आदि शामिल रहे।