New Ad

रुड़की में धर्म संसद पर लगी रोक, तैयारी में लगे दिनेशानंद भारती और 6 समर्थक गिरफ्तार , जिले में धारा 144 लागू

0

रुड़की : उत्तराखंड के हरिद्वार में होने वाली धर्म संसद पर सरकार ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। यह धर्म संसद हरिद्वार जिले के रुड़की के जलालपुर में 27 अप्रैल को होनी थी। 27 अप्रैल को होने वाली इस धर्म संसद पर आज ही सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार को फटकार लगाई थी। दरअसल गांव डाडा जलालपुर में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान बवाल और आगजनी की घटना हुई थी। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर काली सेना के संस्थापक और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने आज डाडा जलालपुर में हिंदू महापंचायत करने का आह्वान किया था।

इससे पहले ही मंगलवार को एसडीएम भगवानपुर ब्रजेश कुमार तिवारी ने डाडा जलालपुर गांव के पांच किलोमीटर क्षेत्र जिसमें डाडा पट्टी, हसनपुर, मदनपुर, लतीफपुर, खुब्बनपुर, बहवलपुर, हंसोवाला, मानक मजरा, अकबरपुर, कालसो, खेड़ली, खेड़ी शिकोहपुर, सिकरोढ़ा, हल्लूमजरा आदि में धारा 144 लागू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने सख्ती भी बरतनी शुरू कर दी है। पुलिस ने काली सेना के प्रदेश संयोजक स्वामी दिनेशानंद भारती और उनके 6 समर्थकों को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी डॉ. योंगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पूरे मामले पर पूरी नजर रखी जा रही है। आयोजन स्थल पर नजर रखने के लिए पुलिस ने पांच डिप्टी एसपी, 65 एसआई, 150 कांस्टेबल, 30 महिला कांस्टेबल, छह कंपनी पीएसी की तैनाती की है। ड्रोन से भी पुलिस पूरे क्षेत्र पर नजर रख रही है।

इसी के ही साथ डाडा जलालपुर, हसनपुर मदनपुर, डाडा पटटी, खूब्बनपुर लतीफपुर, बहबलपुर, मानक माजरा, अकबरपुर कालसो, खेड़ी शिकोहपुर, सिकरौढ़ा, हालूमाजरा में धारा 144 लागू की गई है। वहीं, कोई व्यक्ति अगर धारा 144 का उलंघन करते पकड़ा गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। काली सेना के संस्थापक और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि काली सेना के आह्वान पर डाडा जलालपुर में हिंदू महापंचायत आयोजित हो रही है। लेकिन प्रशासन धारा 144 लगाकर मामले को तूल और विवाद को जन्म दे रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि डाडा जलालपुर में धर्म संसद नहीं बल्कि महापंचायत हो रही है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.