
शुक्लागंज, उन्नाव : भू माफियाआं ने सर्वे और राजस्व विभाग से मिली भगत से तीन ग्राम सभाओं के नक्शां में हेरफेरी करते हुये नक्शे को छोटे कर दिये हैं। जिस कारण तीनों ग्राम सभाओं की सैकड़ों बीघा जमीन गायब हो गई। जिससे मौके से सरकारी जमीन गायब हो गई। भू माफियाआं ने इसका लाभ उठाते हुये करोड़ों के वारे न्यारे कर दिये। वहीं वर्तमान स्थिति देखी जाये तो गैप की जमीन ढूंढने पर पचास बीघे मुश्किल से खाली मिल पायेगी। बाकी जमीन पर प्लाटिंग हो चुकी है। कहीं पर आलीशान मकान भी बन चुके हैं। जिसे देखते हुये डीएम रवीन्द्र कुमार ने पंद्रह सदस्यीय टीम गठित कर गैप की जमीन ढूंढने के लिये लगाया गया है।
शुक्रवार को कानूनगो विनोद कुमार, संतलाल लेखपाल सुधीर तिवारी, अनुपम पटेल, गणेश कुमार, अजय वर्मा, प्रेम प्रकाश, स्वयं प्रकाश शुक्ला व चेनमैन सुखलाल, रामनारायन की दस सदस्यीय टीम दो दिन से पैमाइश करने के लिये कटहा दलनारायनपुर ग्राम सभा की सरहद से जांच कर मझरा पीपर खेड़ा एहतमाली की सरहद में पैमाइश की है। वहीं सर्वे लेखपाल रामनरेश यादव की पांच सदस्यीय टीम गैप की जमीन नापने नहीं पहुंची। जिस कारण इस पांच सदस्यीय टीम की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कानूनगो ने बताया कि मझरा एहतमाली की सरहद मिल गई है।
अब वहां पत्थर लगाये जायेंगे। जिससे सरहद का सही पता चल सकेगा और आगे नाप जोख बढ़ाई जा सकेगी। वहीं तीनों ग्राम सभाओं में पैमाइश करने में लगभग पंद्रह से बीस दिन लग सकते हैं। सर्वे की टीम की पैमाइश देख भू माफियाओं के होश उड़े हैं। क्योंकि अब उन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।