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कोविड संक्रमण को बढ़ता देख अस्पतालों में की गई मॉकड्रिल

डब्लूएचओ के अधिकारियों ने परखी तैयारियां

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कानपुर। कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए कानपुर समेत पूरे प्रदेश में तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल की गई। मंगलवार को सुबह 11 बजे डब्लूएचओ के अधिकारियों की निगरानी में मॉक ड्रिल शुरू की गई। कोविड मरीज के कोविड अस्पताल पहुंचते ही 2 मिनट में उसे इलाज मिलना शुरू कर दिया गया।

2 मिनट के अंदर बच्चे का इलाज शुरू

शासन के निर्देश पर हैलट अस्पताल कैंपस में स्थित 100 बेड के कोविड वार्ड में मरीजों के इलाज को लेकर मॉक ड्रिल की गई। 10 वर्ष के बच्चे को पेशेंट बनाकर उसे कोविड वार्ड तक लिफ्ट से ले जाया गया। वार्ड के गेट पर पहुंचते ही वहां मौजूद स्टाफ ने 2 मिनट के अंदर बच्चे का इलाज शुरू कर दिया। डा. यशवंत राव मॉक ड्रिल के तहत बच्चे को इलाज दिया। तत्काल ऑक्सीजन दी गई और मरीज का बीपी, ऑक्सीजन लेवल,

हार्ट बीट आदि की जांच की गई।
सभी अस्पतालों में की जा रही मॉक ड्रिल

कोविड की व्यवस्थाओं की जांच के लिए कानपुर में कांशीराम, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर,सरसौल,बिल्हौर और बिठूर में मॉक ड्रिल की जा रही है। सीएमओ डा.आलोक रंजन के मुताबिक मॉकड्रिल के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और एसीएम को भी लगाया गया है। हैलट अस्पताल में सीएमस डॉ.आरके मौर्या के साथ डब्लूएचओ के रीजनल हेड डॉ.यतींद्र चंदेल ने हैलट इमरजेंसी, ऑक्सीजन प्लांट,कोविड वार्ड,वेंटिलेटर आदि की जांच की। डॉ.यतींद्र ने बताया कि शासन के निर्देश पर कुल 142 प्वाइंट पर व्यवस्थाओं की जांच की जा रही है। रिपोर्ट तैयार कर शासन को दी जाएगी। नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
कोविड की सेकेंड वेव में ऑक्सीजन की कमी के चलते कानपुर में बड़ी संख्या में मौतें हुईं थीं। इस बार वैसे हालात न हो इस पर मॉकड्रिल में खास फोकस किया गया। हर वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई को दुरुस्त किया गया है। करीब 600 कोविड मरीज को हैलट अस्पताल में भर्ती करने की क्षमता तैयार की गई है।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.संजय काला ने बताया कि हैलट अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाइयों की कोई कमी नहीं है। जल्द ही 20 केएल का एक और ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार है। जल्द ही इसका संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा।

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