
नर सेवा ही नारायण सेवा: बाबा बालक दास महाराज, क्रासर जनकल्याणकारी फाउण्डेशन के द्वारा हजारों छात्रों को निःशुल्क शिक्षा दे रहें बाबा बालक दास
कुशीनगर: तमकुहीराज,जब मनुष्य उच्चतम को प्राप्त कर लेता है तो वह समदर्शी बन जाता है फिर वह न पुरुष देखता है, न स्त्री, न लिंग, न धर्म, न वर्ण और न जाति l बल्कि सभी मनुष्य उसके के लिए समान बन जाते है l और वह सबमें एकही ईश्वर को देखता है इस प्रकार गरीब,असहाय, निर्बल और दरिद्र नारायण की सेवा करना ही सच्चे अर्थों में परमात्मा की सेवा है और मानव जीवन की सार्थकता है क्योंकि आत्मा परमात्मा का अभिन्न अंश है l और मेरे जीवन का एकमात्र ध्येय जनसेवा ही है l। उक्त बातें जनकल्याणकारी फाउण्डेशन के मुख्य संरक्षक बाबा बालक दास महाराज ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा और बताया कि इस संस्थान के स्थापना का मुख्य उद्देश्य गरीब, असहाय, तथा आर्थिक रूप से अक्षम लोगों की सहायता करना है l किसी भी देश के लिए उसके नागरिक और छात्र अमूल्य निधि और धरोहर हैं l मेरा लक्ष्य सर्वजन की सेवा करना हैl कोई भी छात्र आर्थिक तंगी के के कारण अपनी शिक्षा अधूरा न छोड़े इसीलिए संस्था द्वारा घर घर शिक्षा, घर घर समृद्धि , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और ग्रामीण उच्च शिक्षा योजना के माध्यम से 11000 (इग्यार हज़ार) जरूरतमंद विद्दार्थियों को निःशुल्क उच्च शिक्षा की व्यवस्था की गई है l इसके तहत B.tech, polytechnic,BBA,ANM,GNM, B&D Pharma B.sc B.com, B.Ed , D.EI.एड आदि विभिन्न प्रकार के कोर्स कराए जाते हैं l
इस संस्था के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले संस्थापक ईo वीरेंद्र कुमार ने बताया की निर्धन कन्याओं का विवाह, दुर्बल लोगों की आर्थिक सहायता, पर्यावरण सुरक्षा, तथा देश और समाज का समग्र विकास करना ही एकमात्र ध्येय है l